शॉर्ट एंड बजट ट्रिप वालों के लिए उत्तराखंड का केदारकांठा ट्रेक है बेस्ट ऑप्शन

ट्रेकिंग के शौकीन हैं और अभी तक केदारकांठा ट्रेक नहीं किया, तो आप इस मौसम में यहां जाने की प्लानिंग कर सकते हैं। वैसे तो सर्दियों में केदारकांठा ट्रेक की बात ही अलग होती है। उस दौरान यहां चारों ओर बर्फ ही बर्फ दिखाई देती है, लेकिन कई बार इसी वजह से ट्रैकिंग के दौरान कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ता है। वैसे अभी भी यहां जाने पर आपको घुटनों तक जमी बर्फ मिल सकती है। आसपास की घाटियों के शानदार नजारे ट्रेकिंग के एडवेंचर को और शानदार बनाने का काम करते हैं।

केदारकांठा उत्तराखंड का लोकप्रिय ट्रैकिंग
उत्तराखंड की इस ट्रेकिंग के लिए पूर साल ही सैलानी आते रहते हैं, लेकिन सर्दियों में इनकी संख्या कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है। समुद्र तल से लगभग 12500 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारकांठा, गोविंद नेशनल पार्क के अंतर्गत गढ़वाल हिमालय उत्तरकाशी, उत्तराखंड क्षेत्र में स्थित है। केदारकांठा पहुंचने का रास्ता बहुत ही मनमोहक है। सबसे टॉप से सूर्योदय और सूर्यास्त का ऐसा नजारा देखने को मिलेगा जिसे आप कभी नहीं भूल पाएंगे। जिस वजह से यहां इस दौरान सबसे ज्यादा भीड़ देखने को मिलती है। केदारकांठा से हिमालय की 13 चोटियों यमुनोत्री, गंगोत्री, स्वर्गारोहिणी, हिमालय की बंदरपूंछ श्रृंखला, ब्लैक पीक, हर की दून, हिमाचल आदि चार और चोटियां को देखने का मौका मिलता है। केदारकांठा बेस के पास सैलानी स्कीइंग के भी मजे ले सकते हैं।

केदारकांठा ट्रेक की दूरी
केदारकांठा बिगनर्स के लिए ईजी ट्रेक है। लगभग 18 किलोमीटर लंबे इस ट्रेक को पूरा करने में 4 से 5 दिन का समय लग सकता हैं। ये ट्रेक सांकरी गांव से शुरू होता है। जैसे-जैसे सांकरी गांव से केदारकांठा की ओर बढ़ने लगते हैं, बर्फीले रास्ते के चलते ट्रेकिंग थोड़ी मुश्किल होने लगती है।

केदारकांठा ट्रेकिंग के लिए जरूरी तैयारी
बहुत भारी बैग लेकर चढ़ने की कोशिश न करें।
गर्म कपड़े साथ रखना न भूलें।
पहली बार ट्रेक कर रहे हैं, तो गाइड की हेल्प जरूर लें।
मानसून में केदारकांठा जाना बिल्कुल सही ऑप्शन नहीं।
सनस्क्रीन और धूप वाले चश्मे बहुत ज्यादा जरूरी हैं।
ट्रेकिंग के लिेए अच्छी क्वॉलिटी के जूते पहनें।

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