नितिन पटेल बोले, यह मंत्रालय का नहीं आत्म सम्मान का मुद्दा

गुजरात सरकार में खींचतान के बीच नाराज उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा है कि यह मुद्दा विभागों को दिए जाने का नहीं बल्कि आत्म सम्मान का है। उन्होंने कहा कि मैने अपनी भावनाओं से पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया है और उम्मीद है कि पार्टी की तरफ से इस पर ध्यान दिया जाएगा। गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार के समय मंत्री रहे नरोत्तम पटेल ने भी कहा है कि नितिन पटेल सामान्य मंत्री नहीं है, उन्हें उनके कद के अनुसार मंत्रालय दिया जाना चाहिए था। दरअसल मेहसाणा जैसे पटेल आंदोलन के गढ़ से जीतकर आए नितिन पटेल की नाराजगी बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ाने वाली है। 
कांग्रेस विधायक ने बढ़ाया हाथ
बीजेपी में चल रहे सियासी घटनाक्रम पर राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी नजरें जमाएं हैं। शनिवार को सीनियर कांग्रेस विधायक वीरजी ठुम्मर ने नितिन पटेल की तरफ हाथ बढ़ाते हुए कहा कि, अगर वह बीजेपी छोड़ने का फैसला करते हैं तो कांग्रेस के समर्थन से उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। हालांकि कांग्रेस ने इस प्रकरण को बीजेपी का आंतरिक मामला बताते हुए थुम्मर के बयान को उनका निजी विचार बताया। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी ने ताजा घटनाक्रम को लेकर कहा कि काम निकल जाने के बाद सीनियर नेताओं को किनारे कर देना बीजेपी की पुरानी नीति रही है। इस संबंध में कांग्रेस ने केशुभाई पटेल, आनंदीबेन पटेल, गोरधन जधापिया व अन्य के नाम भी गिनाए। उन्होंने कहा कि हम पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाएं है। 

समर्थन में पाटीदार नेता लालजी ने बुलाया मेहसाणा बंद 

नाराज उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल के समर्थन में पाटीदार नेता लालजी पटेल ने एक जनवरी को मेहसाणा बंद का एलान किया है। पाटीदार नेता ने यह भी धमकी दी कि अगर नितिन पटेल को गुजरात का मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया तो गुजरात बंद किया जाएगा।

सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) के संयोजक और हार्दिक पटेल के संगठन के मिलकर कोटा आंदोलन शुरू करने वाले लालजी पटेल ने शनिवार को गांधीनगर में समर्थकों के साथ उप-मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद यह बात कही। मुलाकात के बाद लालजी पटेल ने कहा कि बीजेपी ने नितिन भाई के साथ नाइंसाफी की है। इसके विरोध में हम एक जनवरी को मेहसाणा बंद करेंगे।

उन्होंने कहा कि ताजा घटनाक्रम से गुजरात के लोग नाराज है। नितिन भाई से मुलाकात कर हमने उन्हें हर तरक से समर्थन  के बारे में बता दिया है। अब अंतिम फैसला उन्हीं को लेना है। पार्टी हाईकमान ने मामले में दो दिन में फैसला लेने की बात कही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को देखना होगा कि इस पूरे घटनाक्रम का फायदा राजनैतिक विरोधी ना उठा लें।

 
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