जानिए क्या है इमोशनल इंटेलिजेंस, जिसका रिश्ते में होना है जरूरी

प्यार और विश्वास पर टिकी होती है दांपत्य जीवन की खुशहाली, लेकिन पति-पत्नी के बीच इमोशनल इंटेलिजेंस जैसे गुण का होना भी बहुत जरूरी है। युवा अवस्था में कदम रखते ही हर युवक-युवती एक अच्छे जीवन-साथी के सपने देखने लगती है और जब उसे अपने सपनों जैसा जीवन-साथी मिल जाता है, तब उसका रिश्ता खुशहाल हो जाता है।

नोएडा की रहने वाली दिव्या, जो एक एचआर मैनेजर हैं, अपने कुशल रिश्ते के बारे में बताती हैं, “हम दोनों बेहद भावुक हैं, मगर भावनात्मक रूप से कमजोर नहीं हैं। मेरे पति शांत स्वभाव के हैं, जबकि मुझे हंसना और मजाक करना बहुत पसंद है। जब भी मेरे पति ऑफिस संबंधी तनाव में होते हैं, तब मैं उन्हें हंसा-हंसा कर सामान्य करने की कोशिश करती हूं। यह हंसना-हंसाना, मजाक करना हमारे झगड़ों और जीवन के उतार-चढ़ाव में एक तरह की दवा का काम करता है। अगर आपका जीवन-साथी हंसाने वाला या खुशमिजाज होता है तो जीवन की ज्यादातर परेशानियां अपने आप ही कम हो जाती हैं।”

हैप्पी रिलेशनशिप

जिन पति-पत्नी के बीच आपसी समझ, प्यार, विश्वास, एक-दूसरे के प्रति सम्मान का नजरिया, सकारात्मक सोच और परिपक्वता होती है, उनका जीवन बेहद खूबसूरत होता है। ऐसा रिश्ता ही हैप्पी रिलेशनशिप होता है।

मानसिक तनाव में कमी

ऐसे रिश्ते में इमोशनल इंटेलिजेंस जैसा खास गुण होना बेहद जरूरी है। इसकी मदद से युगल भावुक होते हुए भी समझदारी से कोई भी फैसला कर सकते हैं और अपने रिश्ते को लंबे समय के लिए बेहतर बना सकते हैं। इससे मानसिक तनाव को भी काफी हद तक कम किया जा सकता है।

कैसे भरें रिश्ते में मिठास

अपने जीवन-साथी से हमेशा एक सम्मानजनक तरीके से ही बात करनी चाहिए और आस-पास के माहौल को हंसी-मजाक करके खुशनुमा बनाना चाहिए। ऐसा करने से मानसिक तनाव कम होता है। जब भी जीवन-साथी से झगड़ा होता है तो उसका काफी गुस्से में आ जाना एक सामान्य बात है, इसलिए उस समय शांत रहें, क्योंकि गुस्से में लिया गया कोई भी फैसला आपके रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकता है। यदि आप अपने रिश्ते को लंबे समय तक खुशहाल बनाना चाहती हैं तो अपनी सोच को सकारात्मक रखें, क्योंकि नकारात्मक सोच सबसे पहले रिश्तों को ही खराब करती है।

सेल्फ अवेयरनेस भी है जरूरी

आर्यभट्ट कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय असिस्टेंट प्रोफेसर, मनोविज्ञान विभाग, डॉ. वर्षा सिंह बताती हैं, रिश्तों के साथ-साथ आपको जिंदगी में भी इमोशनली इंटेलिजेंट होना चाहिए। अगर आप अपनी भावनाओं को प्रभावी रूप से नियंत्रण कर सकती हैं तो इससे रिश्ता बेहतर हो सकता है। इसके अलावा आप में सेल्फ अवेयरनेस होनी चाहिए। अगर आपको जलन हो रही है तो कारण का पता लगाएं और यह भी जानें कि यह आपकी प्रतिक्रिया को कैसे प्रभावित करेगी। अपनी भावनाओं को नियंत्रित करना जरूरी है। अगर आपको गुस्सा आ रहा है तो आप चीजों को तोड़ना न शुरू कर दें, बल्कि अपनी बातों को शांत तरीके से बताएं।

सामाजिक तौर पर रिश्ते में अगर कोई चुनौती आई है तो आप दोनों मिलकर कैसे उसका सामना करें, यह इमोशनली रेग्युलेशन आपको आना चाहिए। इससे रिश्ता बहुत अच्छा हो जाता है, साथ ही आपको जीवन-साथी से प्रभावी संवाद करने में मदद मिलती है। प्रभावी संवाद से आप खुलकर अपनी बातें जीवन-साथी को बता सकती हैं और खुद को अभिव्यक्त कर सकती हैं। इससे आधी समस्या स्वयं हल हो जाती है।

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