जींद: 2 साल के लंबे संघर्ष के बाद अंडरपास के टेंडर की मिली मंजूरी

जींद में कुछ साल पहले  देवी लाल चौक के पास रेलवे लाइन के रास्ते को बंद करके   शहर को दो हिस्सों में बाटने का काम किया था। रास्ता बंद होने के कारण आम जनता को बाजार में आने के लिए लंबा रास्ता तह करना पड़ता था, वहीं व्यापारियों को भी अपने व्यापार में काफी नुकसान उठाना पड़ रहा था।  यहां अंडरपास बनवाने की मांग को लेकर जींद शहर के समाजिक संगठन व व्यापारी वर्ग काफी बार धरना दे चुके थे। 2 साल के लंबे संघर्ष के बाद बुधवार के दिन शहर के व्यापारियों के चेहरों पर खुशी देखने को मिली, खुशी का कारण था रेलवे द्वारा अंडरपास के रास्ते को टेंडर की मंजूरी मिलना।

इस पूरे मामले में मीडिया से बात करते हुए हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के जींद से जिला अध्यक्ष महावीर कंप्यूटर गोयल ने कहा आज का दिन बड़ी ही खुशी का दिन हैं और ऐतिहासिक दिन हैं, क्योंकि 120 साल पुराना रास्ता एक दम से बंग हो गय था।

उन्होंने बताया कि  इसमें काफी बाधाएं थी जैसे यहाँ मैन मॉर्केट लगती हैं कपड़ा मॉर्केट, काठ मंडी, अनजान मंडी, लोहा मंडी, साड़ी मॉर्केट, पालिका बाजार, सुनार मॉर्केट, करियाना मॉर्केट सारी मॉर्केट लगती हैं, जो काफी प्रभावित हो गई हैं। यहाँ 50-50 रुपये की बौनी हुआ करती थी वहीं रास्ता बंद होने की वजह से 10-10 रुपये की बौनी होने लग गई इसके बाद काफी युवा भी बेरोजगार हो गए। रास्ता बंद होने की वजह से काफी कॉलोनियां भी प्रभावित हुई हैं स्कूल के बच्चे आते थे। 

रास्ता बंद से रेहड़ी वाले, आम यात्री, शव यात्रा, हजारों महिला बनखण्ड मंदिर में जाती थी रास्ता बंद होने के कारण सब वंचित रह गई।  रास्ते की मांग को लेकर 2 साल से व्यापारियों का संघर्ष चला हुआ था, आज व्यापारियों के संघर्ष की जीत हुई।  

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