पंजाब: कैब बुकिंग करने वालों के लिए अहम खबर

चंडीगढ़: ओला, उबर सहित अन्य कैब संचालन कंपनियों की ओर से प्रशासन द्वारा निर्धारित रेट नहीं मिलने के कारण ट्राईसिटी के कैब चालकों के संयुक्त मोर्चा ने फैसला किया है कि वह इन ड्राइव की जगह अब ऑफलाइन काम करेंगे और सीधे तौर पर सवारियां उठाएंगे। इसकी शुरूआत संयुक्त मोर्चा ने रेलवे स्टेशन और एलांते मॉल से कर दी है। इसके बाद ट्राईसिटी के सभी मॉल्स, बस स्टैंड व बड़ी मार्कीट्स से भी वह खुद कैब संचालन करेंगे।

मोर्चा की अगुवाई कर रहे अमनदीप सिंह ने बताया कि चंडीगढ़ प्रशासन ने 31 मार्च, 2022 को उनके साथ हुई बैठकों के बाद अधिसूचना जारी करते हुए ए.सी. कैब का रेट 25 रुपए प्रति किलोमीटर निर्धारित किया था और 34 रुपए प्रति किलोमीटर तक वसूलने की छूट दी थी, जबकि वेटिंग चार्ज 100 रुपए निर्धारित किया था, लेकिन कंपनियां उन्हें निर्धारित रेट की बजाय 10 रुपए प्रति किलोमीटर दे रही हैं, जिसमें 30 प्रतिशत कंपनी की कमीशन होती है और 5 प्रतिशत टैक्स कटता है। कुल मिलाकर उन्हें लागत से भी कम पैसे मिल रहे हैं, जिसके चलते गाड़ियों की किस्तें रुक गई हैं और खाने के लाले पड़ गए हैं। अमनदीप सिंह ने बताया कि इस संबंध में संयुक्त मोर्चा डी.सी. चंडीगढ़ से भी मिला था और मांग की थी कि कंपनियों के लाइसैंस 2023 को समाप्त हो चुके हैं, जिन्हें नए सिरे से जारी करने से पहले कैब चालकों के रेट फिक्स किए जाएं, लेकिन डी.सी. ने उनकी नहीं सुनी और कंपनियों के लाइसेंस जारी कर दिए। यहां तक कि उन कंपनियों को भी बाइक राइड की अनुमति दे दी जो कि पंजीकृत भी नहीं हैं। 

रेलवे स्टेशन और एलांते मॉल के बाहर बैनर लहराकर प्रोटैस्ट भी कर रहे हैं
इस संबंध में प्रशासन ने भी बात नहीं सुनी तो कैब चालकों ने ऑफलाइन सवारियां उठानी शुरू कर दी है और सवारीबिठाने से पहले उन्हें जानकारी दी जा रही हैकि वह 25 रुपए ए.सी. व 20 रुपए प्रति किलोमीटर बिना ए.सी. वाली कैब में जा सकते हैं। अमनदीप ने बताया कि करीब 200 कैब चालक उनके साथ जुड़ गए है और धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ रही है।मोर्चा के सदस्य सुबह से शाम तक रेलवे स्टेशन और एलांते मॉल के बाहर बैनर लहराकर प्रोटेस्ट भी कर रहे हैं और कैब चालकों को भी जागरूक किया जा रहा है कि वह मोर्चा के साथ जुड़े और खुदसवारियां बिठाएं। इस वक्त ट्राइसिटी में 50000 कैब चल रही है और अधिकांश घाटे में हैं।

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