यहाँ एक-दूसरे पर जहरीले सांप फेंकने की है परंपरा, देखकर दातों तले उंगली दबा लेंगे आप

सांप से भला किसे डर नहीं लगता । उसमें भी अगर सांप जहरीला हो तो। जी हां, वो कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि, सांप का काटा पानी भी नहीं मांगता। ऐसे ही सांप से हर किसी को डर लगता है। लेकिन हमारे देश में एक जगह ऐसी भी है, जहां के लोगों को सांप से डर नहीं लगता। डर तो दूर की बात है यहां है लोग सांप के साथ खेलते भी है और एक-दूसरे के उपर सांप को फेंकते भी है। यहं की इस परंपरा के बारे में जानकर आप भी दांतो तले उंगलियां दबा लेंगे।

यहाँ एक-दूसरे पर जहरीले सांप फेंकने की है परंपरा, देखकर दातों तले उंगली दबा लेंगे आपजी हां, हम बात कर रहे हैं बिहार राज्य के बेगूसराय जिले की। बेगूसराय से 40 किलोमीटर दूर बसा है मंसूरचक प्रखंड का आगापुर गांव। किसी गांव में सांप के साथ की जाने वाली एक ऐसी परंपरा है, जिससे देख कर या जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। वैसे तो बिहार राज्य का आगापुर गांव भी देश के दूसरे गांवों की तरह ही है, लेकिन यहां की एक परंपरा इस गांव को और से अलग बनाती है। इस गांव में एक सप्ताह ऐसा खेल खेला जाता है,जिसे देख कर आप भी दंग रह जाएंगे।

दरअसल नागपंचमी के दौरान इस गांव में एक मेले का आयोजन होता है। ये मेला एक हफ्ते के लिए लगता है। मेले के कुछ दिन पहले से यहां के लोग सांप पकड़ना शुरू कर देते हैं। अब आप सोच रहे होंगे कि शायद नागपंचमी की पूजा के लिए सांप पकड़ रहे होंगे ये लोग। तो हम आपको बता दें कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। मौका भले ही नागपंचमी का हो, लेकिन यहां सांप की पूजा नहीं बल्कि सांप के साथ अजीबो- गरीब खेल होता है। नागपंचमी के मेले में सांप का प्रदर्शन किया जाता है। जिसका सांप जितना जहरीला उसकी मेले में उतनी ही पूछ होती है। इस मेले में लोग सांप को अपने गले में और हाथों में डालकर घूमते हैं। यहां तक की सांप को एक- दूसरे के गले में फेंका भी जाता है।

हर साल इस परंपरा के दौरान इस एक सप्ताह में कई लोगों की जान भी चली जाती है।इसके बावजूद आज भी यह परंपरा कायम है।  डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल तकरीबन 83,000 लोग देश में सांप काटने का शिकार होते हैं, जिनमें से 11,000 की मौत हो जाती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस गांव में सांपों की करीब 200 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर सांप जहरीले नहीं होते।

देखा जाए तो आगापुर गांव के लोगों का सांप के साथ खेलने वाली ये परंपरा काफी खतरनाक है। लेकिन फिर भी सालों से इस गांव में ये परंपरा चली आ रही है। बदलते वक्त और रीति- रिवाजों की वजह से भले ही पहले के मुकाबले कम लोग इसमें हिस्सा लेने लगे हो। लेकिन अब भी इस परंपरा में गांव के बहुत से लोग भाग लेते हैं। बूढ़े से लेकर नौजवान तक आपको इस मेले में गले और हाथ में सां लिए नजर आ जाएंगे। अगर आप को भी नागपंचमी के दौरान कभी यहां जाने का मौका मिले तो इस परंपरा को जरूर देखें।

 
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