सीएम गहलोत के बेटे को ईडी का समन, गहलोत बोले ईडी का सहारा ले रही डरी बीजेपी…

देश में 2024 लोकसभा चुनाव से पहले 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है सभी पार्टी चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं दूसरी तरफ प्रवर्तन निदेशालय ने देश के तमाम नेताओं पर घोटाले मामले को लेकर जांच प्रकिया शुरू कर दि हैं हाल में ही आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिह को शराब घोटाले में ईडी ने गिरफ्तार कि इसे पहले शराब घोटाले में पहले से ही आम आदमी पार्टी के दो मंत्रीयों को गिरफ्तार किया गया था साथ ही बता दें तीनों मंत्री कि जांच प्रक्रिया जारी हैं अब ईडी ने गुरुवार को यानी आज पूछताछ के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को समन भेजा है. हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि वैभव को ईडी ने पूछताछ के लिए किस दिन बुलाया है। अभी तक औपचारिक जानकारी नहीं है कि वैभव गहलोत से किस दिन पूछताछ होगी। बताया जा रहा है कि वैभव गहलोत के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से तफ्तीश की जा रही है। यह समन मनी लॉन्ड्रिंग का नहीं बताया जा रहा है

वही राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्विट कर के कहा कि ये सब बीजेपी सरकार कि सोची समझी चाल हैं बीजेपी नही चाहती है कि राजस्थान में महिलाओं को, किसानों को, गरीबों को कांग्रेस की ओर से दी जा रही गारंटियों का लाभ मिल सके जिस तरह से देश के तमाम राज्यों में मंहगाई ,बेरोजगारी चरम सीमा पर वैसे ही राजस्थान में करना चाहती हैं

आपको बता दें राजस्थान में सरकारी स्कूल के शिक्षकों की भर्ती के लिए आयोजित की जा रही राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 में कथित पेपर लीक मामले में ईडी ने कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और निर्दलीय विधायक ओम प्रकाश हुडला के आवास पर भी छापेमारी की वही जानकारी के अनुसार डोटासरा सीकर की लक्ष्मणगढ़ सीट से बीजेपी के सुभाष महरिया के खिलाफ कांग्रेस के उम्मीदवार हैं. वह इस सीट से मौजूदा विधायक भी हैं, जबकि हुडला महवा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं और उन्हें अगले महीने होने वाले चुनाव के लिए कांग्रेस का टिकट दिया गया है.जब से ईडी ने राजस्थान के डोटासरा सीकर पर छापेमारी कि तब से तमाम नेताओँ ने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बीजेपी पुरी तरह से डरी हुई हैं इसलिए ईडी का सहारा लेकर सभी नेताओँ पर झूठा आऱोप लगाकर चुनाव के लिए अपना रास्ता आसन करना चाहती हैं साथ कई नेताओँ ने यह भी कहा कि बीजेपी अब देश में तानशाही कर रही हैं

वही बताया जा रहा है कि ईडी ने वैभव गहलोत को ये समन आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 131(1) और सिविल प्रक्रिया संहिता, 1908 की धारा 30 के साथ विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम, 1999 (FEMA 1999)की धारा 37(1) और (3) के अंतर्गत भेजा गया है. ईडी फेमा के साथ-साथ लाल डायरी को लेकर वैभव गहलोत से पूछताछ कर सकती है. लाल डायरी में वैभव के आरसीए चुनाव में पैसों को लेन-देन का जिक्र है. साथ ही ये समन राजस्थान स्थित आतिथ्य समूह ट्राइटन होटल्स एंड रिसॉर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, वर्धा एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड और इसके निदेशक और प्रमोटर शिव शंकर शर्मा, रतन कांत शर्मा और अन्य के खिलाफ हाल ही में ईडी की छापेमारी से जुड़े हैं.

लाल डायरी में कौन से राज?
आपको बता दें राजस्थान में लाल डायरी पर सियासत मैं भूचाल ला दिया है बता दें गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र गुढ़ा विधानसभा में एक लाल डायरी लेकर पहुंचे और दावा किया कि इसमें सीएम गहलोत के कई राज छिपे हैं। लाल डायरी ज़ब्त कर सदन से निकाला गया तो गुढ़ा ने किसी एक और डायरी होने की बात कह दी।आपको बता दें ये लाल डायरी घटना की शुरुआत होती है 2020 में जब सचिन पायलट एक तरह से बगावत पर उतरे थे और उस दौरान जो आरटीडीसी के चेयरमैन थे और मुख्यमंत्री के करीबी हैं धर्मेंद्र राठौड़ उनके घर जांच एजेंसियों ईडी और इनकम टैक्स ने छापा मारा था। फिर कहते हैं 500 करोड़ के घोटालों का जिक्र है। राज्य सभा चुनाव में खरीद-फरोख्त कैसे हुई वही अशोक गहलोत ने अपनी सरकार बचाने के लिए कैसे विधायकों के साथ सौदेबाजी की और अपने बेटे वैभव गहलोत को राजस्थान क्रिकेट असोसिएशन (RCA) का अध्यक्ष बनाने के लिए कैसी सौदेबाजी की, उन तमाम चीजों का जिक्र है। ऐसा राजेंद्र गुढ़ा ने आरोप लगाया है।

कांग्रेस का इनकार
वहीं राजस्थान के संसदीय कार्यमंत्री शांतिधारीवाल ने कहा कि ये सब झूठ है. कोई लाल डायरी नहीं है. क्या ये हो सकता है इतने सारे सेक्युरिटी के बीच कोई वहां पहुंच जाए. ये सारी बातें जान बूझकर सनसनी फैलाने के लिए फैलाई जा रही है उन्होंने कहा कि गुढा ने जिस नेता धीरज गुर्जर के साथ धर्मेंद्र राठौड़ के फ़्लैट पर जाना बताया उन्होंने इस पर बोलने से मना किया. जबकि धर्मेंद्र राठौड़ से कई बार संपर्क किया मगर फ़ोन नहीं उठा रहे हैं.

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