एप्पल भारत में बनाया एक नया रिकॉर्ड!
बिजनेस डेस्कः एप्पल भारत में अब एक नया रिकॉर्ड अपने नाम किया है। दरअसल, भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की PLI स्कीम के तहत आईफोन बनाने का काम तेजी से होने लगा है जिसका असर यह हुआ कि एप्पल ने भारत में एक साल के अंदर 1 लाख करोड़ के फोन बना डाले हैं। इस बात की जानकारी मामले से जुड़े एक अधिकारी ने दी है। अधिकारियों का कहना है कि एप्पल ने साल 2023 में लगभग 1 लाख करोड़ रुपए के आईफोन के प्रोडक्शन का लक्ष्य हासिल कर लिया है, जिसमें से 65 हजार करोड़ के आईफोन भारत से एक्सपोर्ट दिसंबर और जनवरी के बीच हुए हैं।
मामले की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने कहा, इन आईफोन का 1 लाख करोड़ फ्रेट ऑन बोर्ड (एफओबी) मूल्य है, जिस पर उपकरण किसी कारखाने से निकलते हैं। विभिन्न देशों के टैक्स और डीलर मार्जिन के आधार पर, प्रोडक्शन की मार्केट वैल्यू 1.5 लाख करोड़ और 1.7 लाख करोड़ के बीच कहीं भी हो सकती है। एफओबी फैक्ट्री गेट पर किसी उत्पाद की कीमत है, जिसके बाद टैक्स और बाकी चीजें जुड़ जाती हैं। अधिकारियों ने कहा कि एप्पल द्वारा हासिल किए गए प्रोडक्शन आंकड़े पीएलआई योजना के तहत लक्ष्य से अधिक हो गए हैं और कंपनी के अनुबंध निर्माताओं को परिव्यय के आधार पर अधिक अवशिष्ट प्रोत्साहन प्राप्त करने की अनुमति मिल सकती है।
चीन को पछाड़ भारत बनेगा नंबर 1
उत्पादन से जुड़ा प्रोत्साहन किसी उपकरण के एफओबी मूल्य पर लागू होता है। यह उपलब्धि सरकार के लिए एक जीत है, जो आपूर्ति श्रृंखलाओं को चीन से बाहर स्थानांतरित करने की कोशिश कर रही है। एक अधिकारी ने कहा, एप्पल ने भारत को आईफोन विनिर्माण के लिए दूसरा घर बनाने का वादा पूरा किया है। कंपनी अब देश में अपनी आपूर्ति श्रृंखला का विस्तार कर रही है।
वैल्यू के हिसाब से iPhone निर्माता संभवतः भारत में सबसे बड़ा फोन निर्माता है। काउंटरप्वाइंट के अनुसार, कंपनी ने भारत में अपनी बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2018 के 2% से बढ़ाकर वित्त वर्ष 2023 में 6% कर ली है, जबकि सैमसंग की हिस्सेदारी पिछले पांच वर्षों में 26% से घटकर 20% हो गई है।
एप्पल को हुआ मुनाफा
इसी अवधि में, Apple का भारत कारोबार 13,097 करोड़ रुपए से बढ़कर 49,322 करोड़ रुपए हो गया है, जबकि सैमसंग का मोबाइल राजस्व 37,349 करोड़ रुपए से बढ़कर 70,292 करोड़ रुपए हो गया है। Apple चीन से उत्पादन के स्थानांतरण का समर्थन करने के लिए टाटा समूह इकाई सहित भारतीय आपूर्तिकर्ताओं का एक बड़ा पारिस्थितिकी तंत्र बना रहा है। इसका 2023 आउटपुट रिकॉर्ड इस सप्ताह दिल्ली में आयोजित होने वाले भारत-अमेरिका व्यापार नीति फोरम में भाग लेने के लिए अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई की यात्रा से ठीक पहले आया है।