जानें किन समस्याओं की वजह बन सकती है शरीर में Magnesium की कमी

हम सभी बचपन से यही सुनते और पढ़ते आए हैं कि शरीर के संपूर्ण विकास और इसे सेहतमंद बनाने के लिए सभी पोषक तत्व बेहद जरूरी होते हैं। शरीर में सभी पोषक तत्वों की पूर्ति होने से हम कई बीमारियों और समस्याओं से भी बचे रहते हैं। मैग्नीशियम (Magnesium) इन्हीं पोषक तत्वों में से एक है, जो बीते कई समय से लगातार इंटरनेट में ट्रेंड में बना हुआ है। लोग लगातार इस मिनरल के बारे में जानने की कोशिश कर रहें। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर मैग्नीशियम हमारे लिए इतना जरूरी क्यों है। आइए आज इस आर्टिकल में जानेंगे शरीर के लिए क्यों जरूरी है मैग्नीशियम-

क्या है मैग्नीशियम

मैग्नीशियम, एक जरूरी मिनरल है, जो मानव शरीर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह मांसपेशियों के कार्य से लेकर हृदय स्वास्थ्य तक सभी को प्रभावित करता है। मैग्नीशियम प्रोटीन सिंथसिस, एनर्जी प्रोडक्शन और ब्लड प्रेशर रेगुलेट करने सहित विभिन्न कैमिकल रिएक्शन को नियंत्रित करता है।

मैग्नीशियम आपके लिए क्यों जरूरी है?

जैसाकि हम ऊपर डिस्कस कर चुके हैं, मैग्नीशियम हमारे शरीर के कई जरूरी कार्यों में अहम भूमिका निभाता है। इसके कई सारे स्वास्थ्य लाभ हैं। यह सामान्य नर्व और मांसपेशियों के कार्य को बनाए रखने में सहायता करता है, एक हेल्दी इम्यून सिस्टम का समर्थन करता है, दिल की धड़कन को स्थिर रखता है और हड्डियों को मजबूत रहने में मदद करता है। साथ ही मैग्नीशियम ब्लड शुगर के स्तर को रेगुलेट करने में भी मदद करता है और एनर्जी मेटाबॉलिज्म और प्रोटीन सिंथसिस में भी अहम भूमिका निभाता है।

मैग्नीशियम की कमी के परिणाम?

शरीर में मैग्नीशियम कई जरूरी कार्यों के लिए अहम होता है। ऐसे में इसकी कमी कई समस्याओं की वजह बन सकती है। मैग्नीशियम की कमी डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, माइग्रेन और अवसाद सहित कई बीमारियों से जुड़ी है। ऐसे में इसकी कमी दूर करने के लिए आप कद्दू के बीज, चिया बीज, पालक, बादाम और एवोकाडो जैसे मैग्नीशियम रिच फूड्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

मैग्नीशियम की कमी के लक्षण कैसे पहचानें?

शरीर में मैग्नीशियम क्यों जरूरी है, इस बारे में तो हम आपके बता ही चुके हैं, लेकिन अब जरूरी है शरीर में इसकी कमी की पहचान कर इसकी पूर्ति करना। शरीर में इस महत्वपूर्ण पोषक तत्व की कमी विभिन्न तरीकों से पहचाना जा सकता है। इसमें भूख में कमी, मतली, उल्टी, थकान और अधिक गंभीर लक्षण जैसे मांसपेशियों में ऐंठन या कंपकंपी, असामान्य हार्ट बीट और यहां तक ​​कि गंभीर मामलों में दौरे भी शामिल हैं।

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