सिंगापुर में भारतीय मूल के मंत्री एस ईश्वरन पर लगे भ्रष्टाचार के 27 आरोप

 सिंगापुर में भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर भारतवंशी परिवहन मंत्री एस ईश्वरन ने सत्तारूढ़ पीपल्स एक्शन पार्टी और सांसद पद से त्यागपत्र दे दिया है। एस ईश्वरन ने कहा कि वह निर्दोष हैं। उन्होंने अपने खिलाफ सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। ईश्वरन पर गुरुवार को अदालत में भ्रष्टाचार और एक लोक सेवक के रूप में कई अपराधों का आरोप लगाया गया। यह पहली बार है, जब सिंगापुर के किसी मौजूदा मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है।

फॉर्मूला 1 और फुटबॉल मैचों की ली थी टिकट 

पिछले वर्ष 11 जुलाई को सीपीआइबी की ओर से उन्हें एक जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, किस प्रकार की जांच की जा रही थी इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई थी।

वह जमानत पर बाहर चल रहे हैं। इसके साथ ही प्रापर्टी टाइकून ओंग बेंग सेंग को भी गिरफ्तार किया गया था और ईश्वरन के साथ उनकी बातचीत के बारे में जानकारी मांगी गई थी। वह रेस प्रमोटर सिंगापुर ग्रेंड प्रिक्स के अध्यक्ष हैं।  ईश्वरन को फुटबॉल मैचों के टिकट, संगीत कार्यक्रम, फॉर्मूला 1 ग्रैंड प्रिक्स के टिकट दिया गया था।

सात साल के लिए जा सकते हैं जेल

भ्रष्ट आचरण जांच ब्यूरो कहा कि ईश्वरन पर भ्रष्टाचार और न्याय की प्रक्रिया में बाधा डालने सहित कुल 27 आरोप हैं। हालांकि, ईश्वरन ने इन सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मैं खुद को निर्दोश साबित करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं। यदि ईश्वरन को इन भ्रष्टाचार मामलों में दोषी पाया गया तो उन्हें 100,000 सिंगापुर डॉलर तक का जुर्माना लगाया जा सकता है या सात साल की जेल हो सकती है।

पिछली बार 1986 में सिंगापुर के मंत्री को सुनाई गई थी सजा 

61 वर्षीय ईश्वरन 2006 में प्रधानमंत्री ली ह्सियन लूंग के मंत्रिमंडल में शामिल हुए और मई 2021 में उन्हें परिवहन मंत्री की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद उन्होंने व्यापार और संचार विभाग भी संभाला। सिंगापुर में भ्र्ष्टाचार के कम मामले सामने आते हैं।

इससे पहले किसी मंत्री से जुड़ा आखिरी भ्रष्टाचार का मामला 1986 में सामने आया था जब राष्ट्रीय विकास मंत्री के खिलाफ कथित तौर पर जांच की गई थी। उन्होंने रिश्वत लेने की बात स्वीकार की थी।

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