एटीएम से अधिक शाखा विस्तार पर जोर देंगे बैंक
नोटबंदी के बाद नकदी का कम से कम इस्तेमाल हो, इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार की इस मंशा को पूरा करने में बैंकों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है। अलग-अलग बैंकों द्वारा विभिन्न पहलुओं पर काम किया जा रहा है। इनमें एटीएम व शाखा विस्तार भी बेहद अहम हैं। तमाम बैंकों की ओर से तैयार कार्ययोजना के तहत अगले वित्तीय वर्ष में एटीएम स्थापना से अधिक शाखा विस्तार भी जोर दिया जाएगा।बैंक अधिकारियों का मानना है एटीएम सेवा नकदी संचालन का मुख्य केंद्र हैं। प्रदेश के शहरी समेत ग्रामीण व सुदूर क्षेत्रों में एटीएम की स्थापना संतोषजनक है। ऐसे में अब लोगों को कैशलेस के लिए प्रेरित करने व अन्य बैंकिंग सेवाओं को बेहतर ढंग से मुहैया कराना अधिक आवश्यक है। बैंक शाखाओं व एक्सटेंशन काउंटर पर पॉस मशीन स्थापित कर कैशलेस भुगतान सेवा मुहैया कराने पर जोर रहेगा।
क्या होती है प्री फैब्रीकेटेड बैंक शाखा
वित्तीय वर्ष 2017-18 में खोली जाने वाली बैंक शाखाएं प्री फैब्रीकेटेड मॉडल पर होंगी। शाखा में मुख्य रूप से मशीनी सेवाओं पर जोर रहेगा, जिसके जरिये बैंक ग्राहकों को शाखाओं में ई-प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जा सके। इसमें सेल्फ अकाउंट ओपनिंग किओस्क, कैश रिसायकिलिंग मशीन व इंटरनेट बैंकिंग के लिए कंप्यूटर की उपलब्धता होगी।
ग्राहकों की सहूलियत हमारी प्राथमिकता है। डिजिटल बैंकिंग के लिए प्री फैब्रीकेटेड शाखाओं को खोला जाएगा, जिससे बेहतर बैंकिंग सेवाएं ग्राहकों को मुहैया कराई जा सके।
बीएस ढाका, महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा
बैंक शाखाओं को अपग्रेड करने व डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने के लिए बैंक शाखाओं को सेल्फ ऑपरेटेड मशीन से लैस किया जाएगा, जिनमें पॉस मशीन, एटीएम कम कैश डिस्पेंस मशीन जैसी सुविधाएं होगी।
प्रमोद कुमार, महाप्रबंधक, केनरा बैंक