प्लास्टिक बॉटल्स पर इस खतरे के निशान का मतलब जानकर, उड़ जाएगे आपके होश!!

अक्सर हम जब भी घर से बाहर होते है- पानी पीने के लिए सामान्य प्लास्टिक की बॉटल्स का इस्तेमाल करते है, लेकिन क्या आप जानते है कि जरा सा धूप में जाने पर इन बोतल का पानी पीना आपके स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है. इससे आपको फूड पॉइजनिंग तक हो सकती है. हम सभी जानते है कि प्ल्साटिक की बॉटल्स या डब्बों का बार-बार इस्तेमाल करना हानिकारक हो सकता है, लेकिन हम इसको अनसुना कर देते है. क्यों कि हमें लगता है इससे बचाव का एक ही उपाय है कि इनका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए, लेकिन ऐसा करना किसी के भी लिए मुश्किल होगा. ऐसे में जरुरत है कि एक सुरक्षित बॉटल या डब्बे का चुनाव किया जाएं. अगर आप प्ल्साटिक के सामान पर इसके प्रयोग के बारे में लगी लेबलिंग को ध्यान दे देखें तो आप आसानी से पता लगा सकते है कि कौन सी प्लास्टिक की बॉटल्स आपके लिए ज्यादा सुरक्षित है.

जिन जिस पानी की बोतल के नीचे नंबर 1 के साथ ‘पीईटी’ या ‘पीईटीई’ लिखा हो उसका दोबारा उपयोग नहीं करना चाहिए. दरअसल इस तरह की लेबलिंग वाली बोतल जब ऑक्सीजन या गर्म वातारवरण के सम्पर्क में आती है तो यह रासायनिक क्रिया कर टॉक्सिक्स बनाती है. ये टॉक्सिक्स शरीर को नुकसान पहुंचती है. इससे आपको फूड पॉइजनिंग भी हो सकती है.

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बता दे कि बोतल पर 3, 6 या 7 लिखा हो, वह बोतल भी खाने या पीने के सामान रखने के लिए असुरक्षित है. इनका इस्तेमाल लंबे समय तक नहीं करना चाहिए, क्यों कि इससे आप बिमारियों की चपेट में आ सकते हो. ये बीमारियां भी शॉर्ट टर्म की नहीं होतीं और आप जीवन भर उसका भुगतान करते हैं.

जिन बोतल पर पोलिथिलीन ( 2 और 4 लेबल) और पोलीप्रोपेलीन (5 और पीपी लेबल) का लेबल लगा हो वह हर प्रकार से सुरक्षित हैं. आप खाने और पीने के सामानों को कोल्ड स्टोर करने के लिए भी आप इन्हें फ्रिज में इस्तेमाल कर सकते हैं. ऐसे में जब भी खाने या पीने के लिए प्लास्टिक के डब्बे या बॉटल्स लें तो इसकी लेबलिंग इन्हीं में कोई एक हो, यह देखना ना भूलें.

वैसे पोलिथिलीन ( 2 और 4 लेबल) और पोलीप्रोपेलीन (5 और पीपी लेबल) का लेबल लगी बोतल खरीदना ही काफी नहीं है. अगर आप सफाई पर ध्यान नहीं देंगे तो इन बोतल का इस्तेमाल करने पर भी आप बीमार हो सकते है. ऐसे में जरुरी है कि रोजाना कम से कम एक बार अपनी बॉटल को गुनगुने पानी और साबुन से अच्छी तरह साफ़ किया जाएं. बोतल साफ़ करते समय उसके कैप और बॉटल के मुंह को भी अच्छी तरह साफ़ करना नहीं भूले. बॉटल की कैप और उसके मुंह पर हेपाटटिस बी के वायरस भी हो सकते हैं, ऐसे में पूरी बॉटल को अच्छी तरह साफ करें. हो सके तो बॉटल को मुंह लगाकर ना पिएं या स्ट्रॉ का प्रयोग करें.

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