रोंगटे खड़े करने वाले हैं भगत सिंह के ये देशभक्ति नारे, जानें उनके बारे में ये कुछ अनसुनी बातें

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे प्रभावशाली क्रांतिकारियों में से एक, भगत सिंह। भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर, 1907 को हुआ था। उनकी मृत्यु 23 वर्ष की आयु में हुई थी, लेकिन अपने जीवनकाल में उन्होंने एक मजबूत प्रभाव छोड़ा। भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर के साथ, एक ब्रिटिश पुलिस अधिकारी, जॉन पी सॉन्डर्स को मारने की साजिश के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी, जिन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के नेता लाला लाजपत राय पर क्रूर पुलिस कार्रवाई का आदेश दिया था। उन्हें अक्सर शहीद भगत सिंह के रूप में जाना जाता है। 28 सितंबर, 2018 को भगत सिंह की 111 वीं जयंती होगी।

भगत सिंह की जन्मदिन के मौके पर लोगों को उनके ये पावरफुल कोट्स भेजकर दें संदेश-

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1. सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है ज़ोर कितना बाजु-ए-कातिल में है।। – भगत सिंह

2. राख का हर एक कण, मेरी गर्मी से गतिमान है। मैं एक ऐसा पागल हूं, जो जेल में भी आजाद है।। – भगत सिंह

3. जो भी व्यक्ति विकास के लिए खड़ा है, उसे हर एक रुढ़िवादी चीज की आलोचना करनी होगी, उसमें अविश्वास करना होगा, तथा उसे चुनौती देनी होगी।। – भगत सिंह

 

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