प्रदेश के आगर-मालवा जिले में बारिश से हाल बेहाल, लखुंदर नदी में आई बाढ़…

प्रदेश के नवगठित जिले आगर-मालवा में झमाझम बारिश से हाल बेहाल हो गए हैं। शहर का अपने आसपास के क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है। नलखेड़ा में लखुंदर नदी में उफान आ गया है। तेज बारिश के बाद कुणडलिया बांध के 11 गेट खोल दिए गए हैं। बारिश के कारण लोग बेहाल हो गए हैं। मिली जानकारी के अनुसार आगर में 12 घंटे में 7 इंच और सुसनेर में 24 घंटे में 10 इंच बारिश हुई। नदी में आई बाढ़ के कारण विश्व प्रसिद्ध बगलामुखी मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते बंद हो गए हैं। मंदिर में भी बाढ़ पानी भर गया है।

तेज बारिश होने पर लोग घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं। तेज बारिश के कारण जनजीवन प्रभावित हो गया है। हालात ये हैं कि नदी के आसपास के गांवों में खेतों में भी बारिश का पानी जमा हो गया है। जिले के निचले क्षेत्र में बने रहवासी क्षेत्रों में कॅालोनियों में भी बारिश का पानी जमा हो गया। जिससे लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लखुंदर नदी का पानी नलखेड़ा में आ जाने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। यहां के वार्ड नंबर 1 निचली बस्ती में पानी भर गया। ऐसे में लोगों को यहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया। नलखेड़ा का आसपास के क्षेत्रों से संपर्क टूट गया।

तनोडिया भी पानी-पानी

लगातार हो रही तेज बारिश के कारण क्षेत्र की कई बस्तियां जलमग्न हो गई हैं। कई स्थानों पर जलजमाव होने से आवागमन के कई रास्ते पूरी तरह बंद हो चुके है वही तनोडिया की आगर – उज्जैन रोड की रपट पर बह रह पानी को देखकर लोगों के मन में भय फैल रहा है। ग्राम गुन्दींकला से तनोडिया व थडोदा की ओर जाने वाले मार्गों पर शुक्रवार की रात्रि 10 बजे से मार्ग बंद हैं। जोरदार बारिश से करीब 68 साल का रिकार्ड भी टूट गय है।

बस्तियों में घुसा पानी

ग्राम पिपलोनकलां में शा.उप स्वास्थ्य एवं आरोग्य केन्द्र में पानी जमा होने से लोग परेशान हो उठे। हालात ये रहे कि जनरेटर से पानी निकालना पड़ा। पिपलोनकलां के प्रमुख मार्ग बाजार में घरों व दुकानों में भी पानी भर गया। दूसरी ओर आगर में छावनी नाका चौराहे पर दुकानों में पानी भर गया इससे एक दुकान में रखी शकर की करीब 200 बोरियां खराब हो गईं। मुलतानी मोहल्ला क्षेत्र में भी कुछ मकानों में पानी जमा हो गया। दूसरी ओर बारिश के चलते तनोडिया से बडोद मार्ग बंद हो गया। जिससे लोग परेशान होने लगे। तेज बारिश के चलते आगर – उज्जैन रोड पर रात्रि 1 बजे से यात्री वाहनों का जाम लग गया। यात्री बारिश में फंस गए।

अतिवृष्टि से प्रभावितों को रेस्क्यू चलाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा

बीती रात्रि में जिले भारी बारिश के चलते सभी नदी नाले उफान पर है । सोयत में तेज बारिश से कंठाल नदी का अत्यधिक जलस्तर बढ़ने से सोयत के नगरीय इलाकों में पानी भर गया है। नगर के आवासीय क्षेत्रों में करीब 10 से 15 फीट तक पानी भरने की वजह से लोगों ने मकानों की दूसरी और तीसरी मंजिल की छत पर शरण लेना पड़ी है।

बारिश से घरों में फंसे लोगों को बाहर निकलने एवं सुरक्षित स्थानों पर पंहुचाने का कार्य जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन व होमगार्ड द्वारा रात्रि से ही किया जा रहा है। लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रशासन ने होमगार्ड के अलावा एनडीआरएफ की टीम भी बुलाई है।

कलेक्टर संजय कुमार ने बताया कि अभी तक 600 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है । बाकी लोगों को बाहर निकालने का काम तेजी से चल रहा है । रेस्क्यू टीम के साथ में प्रशासन ने घरों के अंदर फंसे लोगों के खाने-पीने के सामान के साथ-साथ अन्य जरूरी सामान भी वोट में भेजा है । साथ ही या मुनादी भी होमगार्ड के जवान कर रहे हैं कि अगर किसी को किसी भी तरह की सहायता की जरूरत है और वह बीच पानी में फंसे हैं तो हाथ का इशारा देकर मदद मांग सकते हैं।

कलेक्टर संजय कुमार ने सभी आला अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में लगा दिया है । मौके पर एसपी सविता सोहने, एडीएम एन एस राजावत, एसडीएम मनीष जैन सहित राजस्व विभाग, ग्रामीण विकास विभाग नगरीय प्रशासन विभाग का अमला भी अतिवृष्टि से प्रभावितो के बचाव कार्य मे पूरी मुस्तेदी से कार्य कर रहा है।

कलेक्टर ने लोगों से अपील की है कि वे कतई न घबराए, जिला प्रशासन उनके साथ है। प्रभवितो को रेस्क्यू चलकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। जहां आवश्यकता होगी राहत का काम चलाया जाएगा और उनको मदद पहुंचाई जाएगी।शासकीय स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों के अलावा सुरक्षित भवनों के अधिकृत कर लोगों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई गई है । जिला प्रशासन ने लोगो से कहा है कि घबराए नही, प्रशासन उनकी हर समस्या के समाधान के लिए खड़ा है।

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