इस्राइल: 40 हजार लड़ाके, सुरंगों का जाल, गाजा में फंस सकता है इस्राइल!

हमास ने कतर की मध्यस्थता के माध्यम से अमेरिका और इस्राइल को परोक्ष रूप से यह संदेश दे भी दिया है कि वह इस्राइली बंधकों को छोड़ने के बदले इस्राइल की जेलों में बंद फलस्तीनी कैदियों की रिहाई चाहते हैं।

इस्राइली सेना ने गाजा पट्टी में जमीनी हमला शुरू कर दिया है। हालांकि ऐसा नहीं है कि इस्राइली सेना जल्द ही हमास का खात्मा कर देगी और पश्चिम एशिया में जारी लड़ाई खत्म हो जाएगी। हमास से जुड़े दो सूत्रों का दावा है कि हमास के पास इतनी ताकत है कि वह इस्राइल को लंबे समय तक रोके रख सकते हैं और इस दौरान अंतरराष्ट्रीय दबाव के चलते इस्राइल युद्धविराम करने के लिए मजबूर हो जाएगा। हमास को ये भी लगता है कि युद्धविराम की शर्तों और इस्राइली बंधकों को छोड़ने के बदले वह कई फलस्तीनी कैदियों को भी छुड़ा सकते हैं।

इस्राइल को फंसाने की तैयारी में हमास
हमास से जुड़े लोगों ने बताया कि हमास के लोगों ने भारी मात्रा में हथियार, मिसाइलें, खाना और दवाईयों का स्टॉक अपने पास जमा कर लिया है। हमास के पास करीब 40 हजार लड़ाके हैं और गाजा पट्टी में फैले सुरंगों के जाल की मदद से फलस्तीनी संगठन को लगता है कि वह महीनों तक इस्राइल को इस लड़ाई में फंसाए रख सकते हैं। हमास की योजना घनी आबादी घनत्व वाले गाजा पट्टी के इलाके में इस्राइली सेना के खिलाफ गुरिल्ला युद्ध लड़ने की है, जिससे इस्राइल की सेना को पछाड़ा जा सके। हमास ने कतर की मध्यस्थता के माध्यम से अमेरिका और इस्राइल को परोक्ष रूप से यह संदेश दे भी दिया है कि वह इस्राइली बंधकों को छोड़ने के बदले इस्राइल की जेलों में बंद फलस्तीनी कैदियों की रिहाई चाहते हैं।

इतना ही नहीं हमास की योजना है कि युद्धविराम की शर्तों के तहत इस्राइल के विस्तार को भी रोका जाए और गाजा पट्टी में जारी इस्राइल की नाकेबंदी को भी खत्म कराया जाए। वहीं इस्राइल पर युद्धविराम का दबाव बढ़ रहा है और दुनियाभर में इस्राइल की कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। गुरुवार को संयुक्त राष्ट्र ने भी गाजा पट्टी में युद्धविराम की अपील की। वहीं इस्राइल रुकने के तैयार नहीं है और इस्राइली पीएम ने साफ कर दिया है कि वह फिलहाल युद्धविराम के बारे में नहीं सोच रहे हैं और उनका उद्देश्य हमास का खात्मा है।

लड़ाई लंबी खिंचेगी
जॉर्डन के पूर्व विदेश मंत्री और फिलहाल अमेरिका के कारनेगी एंडोवमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस संगठन के लिए काम करने वाले मारवान अल मौशेर का कहना है कि ‘हमास का खत्मा करना आसान नहीं है। हम एक मुश्किल वक्त में हैं और इस विवाद का हल सैन्य तरीके से नहीं हो सकता। इस्राइल और हमास की लड़ाई जल्दी खत्म नहीं होगी।’ इस्राइल के संयुक्त राष्ट्र में पूर्व राजदूत डैनी डेनन का कहना है कि हमने मान लिया है कि यह लड़ाई लंबी और पीड़ादायक होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि अंत में हम ही विजयी होंगे और हमास का खात्मा होगा लेकिन इसकी कीमत क्या चुकानी होगी, इसका ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इस्राइली सेना का भी कहना है कि गाजा में एक मुश्किल शहरी गुरिल्ला युद्ध होगा लेकिन उन्हें विश्वास है कि हमास को खत्म कर देंगे।

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