अगर टीम इंडिया भज्जी की ये बात मान लेती, तो आज इतनी बुरी हार न मिलती

वरिष्ठ ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कड़े दौरे से पहले भारतीय टीम को श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज खेलकर बहुत कम फायदा हुआ. भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले ही टेस्ट सीरीज गंवा चुकी है और टीम पर क्लीन स्वीप का खतरा मंडरा रहा है. हरभजन से जब दक्षिण अफ्रीका दौरे के मद्देनजर टीम की तैयारियों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘ देखिए मुझे लगता है श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज से हमें बहुत कम फायदा हुआ. हमें शायद ही उससे कुछ मिला. इससे अच्छा यह होता कि कुछ भारतीय खिलाड़ी पहले ही दक्षिण अफ्रीका चले जाते. अगर दक्षिण अफ्रीका नहीं तो तैयारियों के लिये धर्मशाला भी उपयुक्त जगह है.’

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‘टीम इंडिया को धर्मशाला में प्रैक्टिस करना चाहिए था’

उन्होंने सैयद मुश्ताक अली टी20 टूर्नामेंट के इतर कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका के मुश्किल दौरे से पहले धर्मशाला की ऊंचाई और ठंडे मौसम के साथ वहां तेजी और उछाल के बीच तैयारी करना अनुकूल होता.’ टेस्ट टीम में अजिंक्य रहाणे को जगह नहीं मिलने पर उठ रहे सवालों पर हरभजन ने कहा कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि अगर रहाणे खेलते तो नतीजा कुछ और होता.

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‘भुवनेश्वर को बाहर करना विराट का गलत फैसला’

टर्बनेटर के नाम से मशहूर इस गेंदबाज ने कहा, ‘मैं कुछ आंकड़े देख रहा था. विराट कोहली की कप्तानी में अजिंक्य (रहाणे) की औसत 30 टेस्ट मैच में 40 से कम की है. इसके साथ ही पिछले एक साल से उन्होंने बहुत ज्यादा रन नहीं बनाये है.’

उन्होंने कहा, ‘अगर रहाणे खेलते और भारतीय टीम 0-2 से पीछे होती तो हम कहते की रोहित को टीम में ले आओ. हमें कप्तान के दृष्टिकोण को समझना होगा.’ हरभजन ने कहा कि रहाणे के टीम में रहने, ना रहने पर अलग अलग राय हो सकती है, लेकिन भुवनेश्वर को टीम में होना चाहिये था. उन्होंने कहा, ‘आज के दौर में भुवनेश्वर इशांत की तुलना में बड़े मैच विजेता हैं. भुवी ने जब भी अच्छा प्रदर्शन किया, भारतीय टीम ने भी अच्छा किया है. मुझे अब भी उम्मीद नहीं है कि सबकुछ खत्म नहीं हुआ है. जोहानिसबर्ग में हम वापसी कर सीरीज को 2-1 कर सकते हैं.’ उन्होंने कहा, ‘टीम को मेरी सलाह सकारात्मक रहने की होगी. अब हमारे पास खोने के लिये कुछ नहीं और सबकुछ पाने के लिये है. इसलिये मुझे लगता है उन्हें जीत के लिये जाना चाहिये.’

 
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