अमित शाह ने किया सिर्फ एक फोन, गुस्सा छोड़ नितिन पटेल ने संभाला कार्यभार
इससे पहले नितिन पटेल ने कहा था कि यह मुद्दा विभागों को दिए जाने का नहीं बल्कि आत्म सम्मान का है। उन्होंने कहा कि मैने अपनी भावनाओं से पार्टी हाईकमान को अवगत करा दिया और उम्मीद की थी कि पार्टी की तरफ से इस पर ध्यान दिया जाएगा।
गुजरात में नरेंद्र मोदी की सरकार के समय मंत्री रहे नरोत्तम पटेल ने भी कहा है कि नितिन पटेल सामान्य मंत्री नहीं है, उन्हें उनके कद के अनुसार मंत्रालय दिया जाना चाहिए था। दरअसल मेहसाणा जैसे पटेल आंदोलन के गढ़ से जीतकर आए नितिन पटेल की नाराजगी बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ाने वाली है।
पाटीदार नेता नितिन पटेल इससे पहले भी राज्य के उपमुख्यमंत्री रहे हैं, पर इस बार राजस्व, शहरी और वित्त मंत्रालय छिन जाने का मुद्दा उनके सम्मान तक पहुंच गया। दरअसल, वित्त मंत्रालय नितिन पटेल के जूनियर सौरभ पटेल को दे दिया गया है और बाकी के दो मंत्रालय खुद सीएम विजय रूपाणी के पास हैं।
अब पटेल के पास मार्ग और मकान, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, नर्मदा, कल्पसर और राजधानी परियोजना जैसे विभाग हैं।