शादी में होने वाले खर्च को पूरा करने के लिए भी बैंक से पाएं लोन, बस करना होगा ये छोटा सा काम

शादियों का सीजन शुरू हो चुका है। अगर आपके भी घर में आने वाले दिनों में शादी है और आप का बजट बिगड़ गया है तो फिर घबराने की जरूरत नहीं है। अब आप इसके लिए भी आसानी से लोन ले सकते हैं। इसका सबसे बड़ा फायदा ये है कि आपको बैंक और NBFC कंपनियां बहुत कम ब्याज दर चार्ज कर रहे हैं। 
शादी में होने वाले खर्च को पूरा करने के लिए भी बैंक से पाएं लोन, बस करना होगा ये छोटा सा काम इतना देना होगा इंटरेस्ट रेट
आपको बैंक और एनबीएफसी कंपनियों से इस तरह के लोन पर जो इंटरेस्ट लगेगा वो 11 फीसदी से शुरू होगा। लेकिन इसके लिए आपको केवल प्राइवेट सेक्टर के बैंक से इस तरह की सुविधा मिलेगी। देश भर में केवल आईसीआईसीआई बैंक और टाटा कैपिटल इस तरह का लोन दे रहे हैं। 

20 हजार की सैलरी पर मिलेगा लोन
बैंक और एनबीएफसी कंपनियां ऐसे लोगों को लोन देंगी, जिनकी मासिक सैलरी 20 हजार रुपये से ज्यादा है और क्रेडिट स्कोर भी अच्छा होगा। मिनिमम क्रेडिट स्कोर 750 से ज्यादा होना चाहिए। इस लोन की मदद से आप शादी में होने वाले अपने खर्चों को आसानी से पूरा कर सकेंगे। 

अगर आप एक भारतीय शादी पर नजर डालें तो अमूमन 60 फीसदी खर्चा खाने-पीने और वेडिंग हॉल को बुक करने में होता है। इसके बाद 20 फीसदी हिस्सा हनीमून पर, 10 फीसदी कपड़ों पर, 5 फीसदी सजावट पर और 5 फीसदी अन्य खर्चों पर होता है। 

जीएसटी से बढ़ गया है शादी का खर्च
जीएसटी के लागू होने के बाद सर्विस टैक्स मंहगा हो गया है। जीएसटी के बाद से सर्विस टैक्स 18 फीसदी हो गया है। ऐसे में आप शादी के लिए जो भी सर्विस को बुक करेंगे उस पर सर्विस चार्ज बढ़कर देना होगा।

अगर आपने कोई सर्विस बुक की है जिसको 1 लाख रुपये में बुक किया है तो उस पर 18 हजार रुपये टैक्स के तौर पर अतिरिक्त देना होगा। टैक्स एक्सपर्ट के मुताबिक ऐसे में टेंट, कैटरिंग, डेकोरेशन, फ्लॉवर डेकोरेशन सभी तरह की सर्विस पर जीएसटी देना ही होगा। 

गोल्ड, कपड़ों की खरीददारी भी हुई महंगी
गोल्ड और कपड़ों की खरीद पर पहले जीएसटी नहीं लगता था। लेकिन जुलाई के बाद से गोल्ड पर 3 फीसदी और ब्रांडेड कपड़ों पर 5 व 12  फीसदी  की दर से जीएसटी लगने लगा है। 1000 रुपये से नीचे के कपड़ो पर 5 एवं इससे अधिक मूल्य के कपड़ों पर 12 फीसदी टैक्स लगता है। इससे कपड़े भी महंगे हो गए हैं।

वहीं सोने-चांदी की खरीद पर जीएसटी के अलावा पैन कार्ड, केवाईसी और 13 फीसदी तक मेकिंग चार्ज भी देना होगा। ऐसे में शादी करना भी काफी महंगा हो गया है। 

 
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