अखिलेश-रामगोपाल के निष्कासन का फैसला मुलायम ने लिया वापस

समाजवादी पार्टी में चल रहे सियासी घमासान के बीच आज हर पल अहम रहा। सुबह से हुआ शक्तिप्रदर्शन का दौर दोपहर होते-होते सुलह में बदल गया। सीने पर पत्थर रखकर बेटे अखिलेश यादव और भाई रामगोपाल यादव को पार्टी से निष्कासित करने वाले नेताजी मुलायम पड़े और 24 घंटे में ही फैसला वापस ले लिया गया।

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पूरी कवायद में आजम खान की भूमिका अहम रही। शनिवार को अखिलेश यादव अपने समर्थक विधायकों और उम्मीदवारों के साथ बैठक कर रहे थे, तभी आजम खान की एंट्री हुई। आजम, अखिलेश को अपने साथ लेकर मुलायम सिंह के घर गए। वहां तीनों के बीच निर्णायक बात हुई। बाद में शिवपाल यादव ने निष्कासन वापस होने की जानकारी ट्वीट पर दी।

बैठक में तय हुआ है कि यूपी चुनाव के मद्देनजर अब तक जारी हुईं तीनों सूचियों को रद्द माना जाए। अब मुलायम और अखिलेश नई सूची जारी करेंगे। यह भी फैसला हुआ है कि जो कुछ तय करना है, मुलायम-अखिलेश तय करेंगे। किसी तीसरे की दखल नहीं रहेगी।

इससे पहले अखिलेश-मुलायम की मुलाकात के दौरान ही सपा की आधिकारिक वेबसाइट से अखिलेश और रामगोपाल यादव के निष्कासन के पत्र को हटा लिया गया था।

सुबह अखिलेश ने शक्तिप्रदर्शन के लिए बैठक की थी, जिसमें 200 से अधिक विधायक मौजूद रहे। बैठक में अखिलेश भावुक होकर रो पड़े। बोले, मैं नेताजी से दूर नहीं, जीत का तोहफा दूंगा।

वहीं मुलायम ने भी अपने निवास पर बैठक बुलाई थी, जो शुरू ही नहीं हो पाई है। इस बैठक के लिए 15 विधायक और कुछ उम्मीदवार पहुंचे थे।

 

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