यूपी: सीवर की सफाई के दौरान पिता-पुत्र की मौत, 30-30 लाख मुआवजे का ऐलान

उत्तर प्रदेश का राजधानी लखनऊ में जलकल निगम की लापरवाही से 2 कर्मचारियों की जिंदगी खतरे में पड़ गई। वाज़ीरगंज इलाके में चल रहे सफाई कार्य के दौरान बिना सेफ्टी के 20 फिट गहरे सीवर में उतरे दो कर्मचारीयो की दर्दनाक मौत हो गई। फायर विभाग की टीम ने लगभग डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों कर्मचारियों को बेसुध हालत में बाहर निकाला, जिसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे ने अस्पताल में इलाज़ के दौरान दम तोड़ दिया।

30-30 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान
बताया जा रहा है कि सीवर में पिता और पुत्र दोनों की मौत पर प्रत्येक व्यक्ति को 30-30 लाख रुपए का मुआवजा मृतक परिवार को देने का ऐलान किया गया है। मुआवजे की राशि का भुगतान KK Span करेगी। वहीं आगे भविष्य में ऐसी घटना ना हो उसे रोकने के लिए सभी शहरी निकायों को सुरक्षा उपायों को अक्षरशः लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा इस मामले में दो इंजीनियर भी सस्पेंड कर दिए गए हैं।

सीवर की सफाई के दौरान पिता-पुत्र की मौत
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पूरा मामला लखनऊ के वाज़ीरगंज थाना क्षेत्र स्थित रेजीडेंसी पार्क के सामने का है। जहां दो जलकल कर्मचारी 20 फिट गहरे सीवर में काम करने उतरे थे। स्थानीय लोगों के अनुसार बिना सेफ्टी इक्विपमेंट के दोनों मजदूर काम कर रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया। जहां एक कर्मचारी की ज़हरीली गैस और ऑक्सीजन की कमी से मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई जबकि दूसरे कर्मचारी को बेहद गंभीर हालत में बलरामपुर अस्पताल रेफर किया जहां इलाज़ के दौरान उसकी भी मौत हो गई।

इससे पहले भी हो चुकी हैं इस तरह की घटनाएं
आपको बता दें कि जलकल विभाग ने सीवर सुधार का काम निजी कंपनी केके एस एन को दे रखा था। जिसकी लापरवाही से दो कर्मचारीयो की मौत हो गई। इससे पहले भी पिछले एक सप्ताह में सीवर लाइन में गिरने से एक बच्चे की जबकि काम के दौरान एक कर्मचारी की मौत हो गई थी। सबसे बड़ी बात ये है कि इतनी बड़ी घटना हाल ही में हुई थी उसके बाद भी ज़िम्मेदारों ने कोई सुध नहीं ली। जलकल की बड़ी लापरवाही पूरे मामले में सामने आई है। अब देखना ये होगा आखिर लापरवाह अधिकारियों पर क्या कार्रवाई होती है।

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