दोबारा मां बनने से पहले इन बातों का जरुर रखें ख्याल
ज्यादातर कपल्स एक बच्चे के बड़े हो जाने के बाद दूसरे बच्चे के बारे में विचार करते हैं। पहली बार गर्भधारण में ज्यादा दिक्कतें नहीं होती हैं, लेकिन वहीं दूसरी बार गर्भधारण में महिलाओं को दिक्कतें बढ़ जाती हैं।
अगर कोई महिला यह सोचती है कि दूसरा गर्भधारण भी पहली प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के जैसा होगा तो ऐसा नहीं है। दूसरी प्रेग्नेंसी और डिलीवरी में स्थितियां बदल जाती हैं और ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। दूसरी बार गर्भावस्था होते समय महिलाएं अगर इन बातों का ध्यान रखेंगी कि तो उनकी काफी समस्याएं कम हो सकती हैं।
ज्यादातर महिलाएं पहले गर्भधारण के बाद कुछ दवाइयों का सेवन करती है, जो दुबारा गर्भधारण करने में मुसीबत बन सकती हैं। इसलिए कोई भी दवाई लेने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
पीरियड्स के दूसरे हफ्ते में ओवूलेशन पीरियड्स के दौरान शारीरिक संबंध बनाने पर गर्भधारण होता है। लेकिन पहली प्रेगनेंसी के बाद ओवूलेशन का समय अनियमित हो जाता है। इसके कारण महिलाओं को दुबारा गर्भधारण करने में दिक्कत होती है।
अक्सर पहले गर्भधारण के बाद महिलाओं का दिनचर्या बदल जाती है। इसके कारण महिलाओं का वजन बढ़ जाता है और यह समस्या दुबारा गर्भधारण में दिक्कत करता है।
कुछ महिलाएं पहली डिलीवरी के समय हुए दर्द के बारे में सोचकर डर जाती है। उनका यह डर दुबारा गर्भधारण करने में समस्या करता है।