कर्नाटक में 31 साल पुराने मामले पर सियासी बवाल, पढ़े पूरी खबर

कर्नाटक में बाबरी विध्वंस से जुड़े 31 साल पुराने केस में एक कारसेवक को गिरफ्तार किए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में अब कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने प्रतिक्रिया दी है।

कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने शख्स की गिरफ्तारी को बीजेपी द्वारा तूल दिए जाने पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वह कारसेवक नहीं था और उसके खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं।

श्रीकांत पुजारी की गिरफ्तारी पर बोले गृह मंत्री परमेश्वर
गृह मंत्री परमेश्वर ने बताया कि FIR और अन्य दस्तावेजों में श्रीकांत पुजारी का नाम कारसेवक के रूप में दर्ज नहीं है बल्कि उसका नाम एक आरोपी के रूप में दर्ज किया गया है और उसके खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं।

कर्नाटक के गृह मंत्री ने बीजेपी पर उठाए सवाल
कर्नाटक के गृह मंत्री ने इस मामले को लेकर बीजेपी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है, वो ऐसे व्यक्ति का समर्थन कर रही है जो कानून का पालन नहीं कर रहा है और उसके खिलाफ 16 मामले दर्ज हैं। मुझे नहीं पता कि भाजपा को क्या हो गया है। श्रीकांत पुजारी के मामले का तब पता चला, जब पुराने केसों को खत्म करने के आदेश दिए गए थे।

येदियुरप्पा ने वापस क्यों नहीं लिया केस- परमेश्वर
उन्होंने कहा कि यह यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि 31 साल बाद कार्रवाई क्यों की जा रही है, लेकिन भाजपा सरकार के चार साल के शासन के दौरान या जब पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा सत्ता में थे, तब भी ये मामले वापस लिए जा सकते थे। उन्होंने भी इस केस को लेकर कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि सवाल यह है कि किसे दोषी ठहराया जाना चाहिए।

कानून के मुताबिक काम करेगी सरकार- परमेश्वर
साथ ही परमेश्वर ने बीजेपी नेता सुनील कुमार की चुनौती पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि वह कारसेवकों की सूची देंगे और अगर कांग्रेस सरकार के पास क्षमता है तो उन्हें गिरफ्तार करने दीजिए। यह जनता द्वारा चुनी हुई सरकार है। इसे ताकत, क्षमता और शक्ति जनता ने दी है। सरकार कानून के मुताबिक काम करेगी।

क्या है विवाद?
बता दें कि श्रीकांत पुजारी को 5 दिसंबर 1992 में हुबली में एक दुकान में आग लगाने के मामले में हुबली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
पुजारी इस मामले में तीसरा आरोपी है और पुलिस मामले के संबंध में अन्य आठ आरोपियों की तलाश कर रही है।

वांछित 300 लोगों की सूची तैयार की
फिलहाल आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। हुबली पुलिस ने 1992 के बीच हुई सांप्रदायिक झड़पों में वांछित 300 लोगों की सूची तैयार की है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि ज्यादातर आरोपियों की उम्र 70 के आसपास है और उनमें से कई लोग शहर से जा चुके हैं।

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