PM मोदी जाने वाले हैं फिलिस्तीन, हाफिज के साथ मंच साझा करने पर हुआ गलती का अहसास

नई दिल्ली| प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल फरवरी में फिलिस्तीन जाने वाले हैं. विदेश मंत्रालय के अधिकारी इसकी तैयारियों में जुटे हुए हैं.  इसी बीच पाकिस्तान में आतंकी हाफिज सईद की रैली में फलस्तीनी राजदूत वलीद अबू अली के शामिल होने की खबर आती है. जिसपर भारत ने कड़ा ऐतराज जताया. इसके बाद भारत में फलस्तीन के राजदूत अदनान अबू अल हायजा ने शनिवार कहा कि पाकिस्तान में आतंकी हाफिज सईद की रैली में शामिल हुए फलस्तीनी राजदूत वलीद अबू अली को वापस बुला लिया गया है.PM मोदी जाने वाले हैं फिलिस्तीन, हाफिज के साथ मंच साझा करने पर हुआ गलती का अहसास

पीएम मोदी के दौरे से पहले फिलिस्तीन भारत की नाराजगी को मोल नहीं लेना चाहता था. उसे यह भी डर था कि हाफिज सईद से वलीद अबु अली की मुलाकात की वजह से पीएम मोदी का दौरा टल न जाए. हायजा ने कहा कि भारत और फलस्तीन के नजदीकी एवं मित्रतापूर्ण संबंधों को देखते हुए अली का कदम ‘अस्वीकार्य’ है.

भारत ने जमात उद दावा के सरगना एवं संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित हाफिज सईद के कार्यक्रम में पाकिस्तान स्थित फलस्तीनी राजदूत की मौजूदगी पर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे अस्वीकार्य बताया है. हालांकि भारत के कड़े विरोध के बाद फिलिस्तीन ने अपनी गलती मानी और और उसने फौरन अपने राजदूत को पाकिस्तान से वापस बुलाने का फैसला किया. भारत के सबसे बड़े दुश्मन हाफिज सईद से फिलिस्तीनी राजदूत के मंच साझा करने को लेकर जबरदस्त गुस्सा है.

हायजा ने कहा कि हमारे राजदूत वलीद अबु अली हाफिज सईद को नहीं जानते थे. जब उन्होंने बोलना शुरू किया, तो पूछा भी कि आखिर यह (हाफिज सईद) कौन है? हमारे राजदूत का भाषण हाफिज सईद के बाद था. हाफिज सईद अपना भाषण दिया और चला गया. भारत के कड़े विरोध पर हाइजा ने कहा कि आतंकी हाफिज सईद के साथ मंच साझा करना फिलिस्तीन को भी बर्दाश्त नहीं हैं. इसी वजह से वलीद अबु अली को वापस बुलाने का फैसला लिया गया है.

उन्होंने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन करते हैं. यही वजह है कि फिलिस्तीन सरकार ने वलीद अबु अली को पाकिस्तान से सीधे वापस बुलाने का फैसला लिया है.

भारत में फिलिस्तीनी राजदूत हायजा ने यह भी कहा कि पीएम मोदी फिलिस्तीन के सम्मानीय मेहमान हैं. हम फिलिस्तीन में उनका स्वागत करते हैं. हमको उनके फिलिस्तीन दौरे का इंतजार है. हमें उम्मीद है कि वो जल्द ही फिलिस्तीन का दौरा करेंगे.

दरअसल पाकिस्तान में फलस्तीन के राजदूत वलीद अबू अली ने शुक्रवार को रावलपिंडी के लियाकत बाग में ‘दिफा ए पाकिस्तान काउंसिल’ द्वारा आयोजित एक रैली में कथित तौर पर भाग लिया था. ‘दिफा ए पाकिस्तान काउंसिल’ धार्मिक एवं चरमपंथी समूहों का संगठन है जिसका प्रमुख मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद है.

विदेश मंत्रालय ने  शनिवार जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि दोनों जगह-नई दिल्ली में फलस्तीनी राजदूत और रामल्ला में फलस्तीन के विदेश मंत्री को भारत की चिंता से अवगत करा दिया गया है. इसने बताया कि फलस्तीन ने घटना पर गहरा खेद प्रकट किया है और भारत को आश्वासन दिया कि वह कार्यक्रम में अपने राजदूत की मौजूदगी पर गंभीर संज्ञान ले रहा है.

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