पेशाब भी निकली काम की चीज, अब फ्यूल बनाने में होगा इस्तेमाल!

दुनिया में आपको हर कहीं कबाड़ मिल जाएगा। भारत में दीपावली और होली की सफाई में घरों से इतना कबाड़ निकलता है कि लोग भौचक्के रह जाते हैं। लगता ही नहीं कि हम इतने कबाड़ के साथ रह रहे थे।

हालांकि कुछ लोगों को कबाड़ से काम की चीजें बनाने का हुनर आता है और वे नई-नई चीजें बनाते रहते हैं। हम और आप अक्सर अपने शरीर की कुछ चीजों को कबाड़ ही समझते हैं, लेकिन ये नहीं जानते कि शरीर के इस कबाड़ से हुनरमंद ऐसी चीज बना चुके हैं जिससे दुनिया की एक बहुत बड़ी परेशानी दूर हो जाएगी।

जी हां ये चीज है आपका मूत्र। वैज्ञानिकों ने अपनी ताजा खोज में मूत्र को हाइड्रोजन में बदलने का फॉर्मूला खोज लिया है। वैज्ञानिकों ने एल्युमिनियम नैनो पाउडर बनाया है जो कि मूत्र को हाइड्रोजन में बदल देता है। इसका इस्तेमाल ईंधन के सेल को ऊर्जा देने और स्वच्छ ऊर्जा देने में किया जा सकता है। खास बात ये है कि इस शोध में एक भारतीय मूल के वैज्ञानिक भी शामिल हैं।

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यूएस की आर्मी रिसर्च लैबोरेटरी के वैज्ञानिकों ने बताया था कि नैनो-गैल्वैनिक एल्युमिनियम पाउडर और पानी के संपर्क से हाइड्रोजन का उत्पादन किया जा सकता है। शोधकर्ताओं ने इसके बाद अपने प्रयोग को आगे बढ़ाते हुए पाया कि इस पाउडर में पानी की जगह यदि मूत्र को मिलाया जाता है तो यह कहीं ज्यादा दर से हाइड्रोजन को पैदा करता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि एक सैन्य वैज्ञानिक होने के कारण हमारा काम ऐसी सामग्री और तकनीक विकसित करना होता है जिसके जरिए हम अपने सैनिकों को लाभ पहुंचा सके।

उन्होंने कहा कि हमने ऐसी तकनीक विकसित कर ली है जो पानी से हाइड्रोजन बना सकती है। हाइड्रोजन में ईंधन चलित सेल को ऊर्जा देने की क्षमता तो है ही साथ ही ये भविष्य में सैनिकों को ऊर्जा उपलब्ध भी करा सकता है। उनका कहना है कि ईंधन सेल्स बिजली पैदा करते हैं और वो बिना किसी तरह के प्रदूषण के। ये इंजन के मुकाबले ज्यादा ऊर्जा लिए होते हैं।

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