हरियाणा: आचार संहिता की उल्लंघना को लेकर रोडवेज कर्मचारी पर गिरी गाज

आदर्श आचार संहिता लगने के बाद भी हरियाणा रोडवेज की बसों से सरकार की योजनाओं के पोस्टर और बैनर न उतारना कैथल डिपो के एक कर्मचारी को भारी पड़ा है। जिसको लेकर रोडवेज महाप्रबंधक कमलजीत सिंह ने कैथल डिपो में कार्यरत कार्य प्रबंधक राजबीर सिंह को रूल 8 के तहत चार्जशीट करने के आदेश जारी किए हैं।

बता दें कि 16 मार्च को लोकसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई थी। इसके बाद भी रविवार को कैथल डिपो की बसों से राजनीतिक पार्टी के विज्ञापन और उनकी फोटो नहीं उतारी गई थी। जबकि डिपो की सभी बसों से राजनीतिक दलों की प्रचार-प्रसार सामग्री हटाए जाने की जिम्मेवारी डिपो में कार्यरत कार्य प्रबंधक राजबीर की बनती थी। चुनाव आयोग की सख्ती के बाद भी कार्य प्रबंधक ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इसके बावजूद बसों पर सरकार की विभिन्न योजना व पी.एम और पूर्व सीएम की फोटो वाले पोस्टर और बैनर लगे हुए थे।

मामला मीडिया में आने के बाद रोडवेज कर्मचारियों ने आनन-फानन में बसों से सरकार से जुड़ी हुई योजनाओं पोस्टर और बैनर उतारे थे। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। क्योंकि बसों पर लगे पूर्व मुख्यमंत्री और उनकी योजनाओं की तस्वीरें मिडिया के कैमरे में कैद हो गई थी। इसी लेटलतीफी की गाज अब डिपो में कार्यरत कार्य प्रबंधक पर गिरी है। जिसको रोडवेज महाप्रबंधक कमलजीत सिंह ने उसे रुल 8 के तहत चार्जशीट करने के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही बसों से पोस्टर और बैनर उतारने में और किसी किसी कर्मचारी की कमी रही है। इसको लेकर भी विभागीय जांच की जा रही है, जिसके बाद कई और कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सकती है।

वहीं इस मामले को लेकर रोडवेज महाप्रबंधक कमलजीत सिंह ने बताया की 16 मार्च को आचार संहिता लगते उसने डिपो के कार्य प्रबंधक को सभी बसों से सरकारी योजनाओं के पोस्टर और बैनर उतारने के लिए निर्देश दिए थे। किसी वजह से एक दो बस जो लंबे रूट पर गई थी उनसे पोस्टर बैनर उतारने रह गए थे। उन्होंने इस बारे में अब कार्य प्रबंधक को रूल 8 के तहत चार्जशीट करने के आदेश दिए हैं। इस मामले में अभी तक एक ही कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है। विभागीय जांच में आगे जिस भी कर्मचारी की कमी पाई गई उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
 

Back to top button