फेडरल रिजर्व ने मुद्रास्फीति संबंधी चिंताओं के कारण दरें स्थिर रखीं

फेडरल रिजर्व ने दो दिन चली बैठक के नतीजों को जारी कर दिया है। फेड ने प्रमुख दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। फेडरल रिजर्व के मुताबिक महंगाई में अनुमान के मुताबिक बदलाव न दिखने की वजह से दरों को स्थिर रखा गया है। फेडरल रिजर्व ने बैठक के बाद जारी स्टेटमेंट में कहा कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी को लगता है कि जब तक इस बात का भरोसा नहीं मिल जाता कि महंगाई दर 2 फीसदी के तय लक्ष्य की ओर स्थिरता के साथ बढ़ रही है तब तक दरों में कटौती करना सही नहीं होगा। 

फेडरल रिजर्व के मुताबिक साल 2024 के शुरुआती महीनों में ऐसे बहुत कम संकेत मिले हैं जिनसे इस बात का भरोसा मिले की महंगाई दर काबू में आ रही है। 

लगातार छठी बार दरें स्थिर 
ये लगातार छठी बार रहा है जब फेडरल रिजर्व ने दरों को स्थिर रखा है। दरें फिलहाल 5.25 से 5.5 फीसदी के स्तर पर स्थिर बनी हुई हैं। इसके साथ ही ब्याज दरें 23 साल के उच्चतम स्तर पर बनी हुई हैं। इससे पहले बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने के लिए फेडरल रिजर्व ने मार्च 2022 से दरों में बढ़ोतरी शुरू की थी और जुलाई 2023 तक दरों में 5.25 फीसदी  की बढ़त की थी। जुलाई 2023 से फेडरल रिजर्व ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया है।

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