यूपी में पहले चरण में 60.59 प्रतिशत वोटिंग, 8 सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत EVM में कैद

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 8 सीटों पर शुक्रवार को 60.59 फीसदी मतदान हुआ। 19 अप्रैल को जिन सीटों पर मतदान हुआ, उनमें सहारनपुर, बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, नगीना (आरक्षित), मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत शामिल हैं। निर्वाचन आयोग के मुताबिक, सहारनपुर में 65.95 फीसदी, मुरादाबाद में 60.60 फीसदी, कैराना में 61.17 फीसदी, नगीना में 59.54 फीसदी, पीलीभीत में 61.91 फीसदी, बिजनौर में 58.21 फीसदी, रामपुर में 54.77 फीसदी और मुजफ्फरनगर में 54.29 फीसदी मतदान हुआ।

शाम 6 बजे तक अधिकांश केन्द्रों पर मतदान पूरा हो गया था: CEO नवदीप रिनवा
मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवदीप रिनवा ने शुक्रवार शाम को पत्रकारों को बताया कि शाम 6 बजे तक अधिकांश केन्द्रों पर मतदान पूरा हो गया था। रिनवा ने कहा कि चुनाव पूरी तरीके से शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ और किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना प्राप्त नहीं हुई है। रिनवा ने कहा कि इन सीट पर 2019 के लोकसभा चुनाव के तुलनात्मक आंकड़े के साथ मतदान प्रतिशत का अंतिम आंकड़ा शनिवार सुबह जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में मतदान प्रारंभ होने के पश्चात शाम पांच बजे तक कुल 50 बीयू (बैलेट यूनिट), 50 सीयू (कंट्रोल यूनिट) और 152 वीवीपैट बदले गए। पहले चरण के प्रमुख उम्मीदवारों में भाजपा के जितिन प्रसाद पीलीभीत से, केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान मुजफ्फरनगर से और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद नगीना से चुनाव मैदान हैं।

पुल बनाने की पुरानी मांग को लेकर पुरैना के ग्रामीणों ने मतदान का किया बहिष्कार
पीलीभीत जिले से मिली खबर के अनुसार, बरखेड़ा थाना क्षेत्र में नदी पर पुल बनाने की पुरानी मांग को लेकर पुरैना के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया। यहां शुक्रवार को मतदान केंद्र सूना पड़ा रहा और ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े रहे। बहिष्कार के चलते ग्रामीणों ने एजेंट बनने से भी इनकार कर दिया। सूचना मिलने पर मजिस्ट्रेट पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और ग्रामीणों को मनाने में जुटे रहे। ‘ऑफिसर्स कॉलोनी’ से रास्ता बंद करने को लेकर दहगला, बक्शपुर सहित कई गांवों के लोगों ने चुनाव का बहिष्कार किया। गांव वालों का कहना था कि जब तक प्रशासन गांव वालों को रास्ता नहीं देगा, तब तक कई गांव के लोग लोकसभा चुनाव में वोट नहीं डालेंगे। न्यूरिया थाना क्षेत्र के ग्राम मंगदपुर में आवारा पशुओं और बाघ के हमले की घटनाओं से परेशान लोगों के मतदान करने के लिए मतदान केंद्र पर नहीं पहुंचने की सूचना मिली है।

सुबह 7 बजे से 10 बजे तक बूथ नंबर 219 पर केवल 9 वोट पड़े
प्राथमिक विद्यालय मंगदपुर में बने मतदान केंद्र पर सुबह सात बजे से 10 बजे तक बूथ नंबर 219 पर केवल नौ वोट पड़े। सूचना मिलने पर वहां पहुंचे अफसर ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। पीलीभीत के जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने पहले कहा था, “हमें जानकारी मिली है कि कुछ ग्रामीण स्थानीय मुद्दों पर चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं। संबंधित अधिकारियों को इन गांवों का दौरा करने, वहां के लोगों से बात करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि वे मतदान प्रक्रिया में भाग लें।” जिलाधिकारी ने कहा कि समाधान के बाद सभी ने मतदान में हिस्सा लिया। पीलीभीत में लोकतंत्र के महापर्व का हिस्सा बनने के लिए लोग उत्साहित दिखे। नगर के मोहल्ला शेर मोहम्मद निवासी सिख बुजुर्ग इकबाल सिंह (75) बैलगाड़ी से मतदान स्थल पर पहुंचे और वोट डाला। उसके बाद उन्होंने उंगली की स्याही दिखाकर मतदाताओं को जागरूक किया। इन सीट पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राजग, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।

सपा प्रत्याशी ने मुजफ्फरनगर जिले के एक गांव में ‘बूथ कैप्चरिंग’ का लगाया आरोप
इस बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार हरेंद्र सिंह मलिक ने मुजफ्फरनगर जिले के एक गांव में ‘बूथ कैप्चरिंग’ (बूथ पर कब्जा करने) का आरोप लगाया और निर्वाचन आयोग से वहां अर्धसैनिक बल तैनात करने का आग्रह किया। पूर्व राज्यसभा सदस्य मलिक ने सोशल मीडिया पर एक पत्र साझा किया, जिसमें उन्होंने दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त को संबोधित करते हुए मांग की थी कि अर्धसैनिक बलों के जवानों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार संजीव बालियान के गांव कुटबा कुटबी में भेजा जाए, जहां उन्होंने “बूथ कैप्चरिंग” होने का आरोप लगाया है। हालांकि, जिला निर्वाचन अधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने इस आरोप से इनकार किया है।

भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र में विलसोनिया इंटर कॉलेज में सुबह मतदान किया
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र में विलसोनिया इंटर कॉलेज में सुबह मतदान किया। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने रामपुर में वोट डाला और कहा, ”हमें देश को विकास की ओर ले जाने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यात्रा को आगे बढ़ाना है। बिजनौर में उप्र सरकार के कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, मुजफ्फरनगर में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल और केंद्रीय मंत्री संजीव कुमार बालियान ने मतदान किया। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने मुजफ्फरनगर शहर में मतदान किया। राकेश टिकैत ने कहा कि लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए, यह हमारा संवैधानिक अधिकार है। उन्हें नोटा का बटन नहीं दबाना चाहिए।” टिकैत ने भाजपा के 400 से अधिक सीट जीतने के सवाल पर तंज किया कि फिर तो चुनाव की जरूरत ही नहीं है।

टांडेडा गांव में सड़क नहीं बनाने को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया और धरना दिया
मुजफ्फरनगर से मिली खबर के अनुसार, लोकसभा क्षेत्र में इस जिले के ककरोली थाना क्षेत्र के टांडेडा गांव में सड़क नहीं बनाने को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया और धरना दिया। इस बीच, ग्रामीण पीतम सिंह और ग्राम प्रधान के पति खुर्रम अजीज ने कहा कि ग्रामीणों ने गांव में सड़क नहीं बनाने पर मतदान का बहिष्कार करने का फैसला किया है। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) से हाथ मिलाया है और सपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है, जबकि बसपा अकेले अपने बलबूते पर चुनाव लड़ रही है।

पहले चरण के चुनाव में विभिन्न दलों के कुल 80 उम्मीदवार चुनाव मैदान में
पहले चरण के चुनाव में विभिन्न दलों के कुल 80 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, जिनमें 73 पुरुष और सात महिलाएं शामिल हैं। मुरादाबाद से 12, कैराना से 14, मुजफ्फरनगर और बिजनौर से 11-11, सहारनपुर और पीलीभीत से 10-10, नगीना और रामपुर से छह-छह उम्मीदवार मैदान में हैं। प्रथम चरण के आठ लोकसभा क्षेत्रों में 1.43 करोड़ मतदाता हैं, जिनमें 76.23 लाख पुरुष, 67.14 लाख महिला तथा 824 मतदाता तृतीय लिंग के हैं। पुलिस महानिदेशक कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रथम चरण के मतदान को देखते हुए संबंधित नौ जिलों में 248 चौकियां स्थापित की गई हैं जहां वाहनों एवं संदिग्ध लोगों की सघन जांच जारी है।

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