चैंपियंस ट्रॉफी 2025: चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी से डर रहा पाकिस्तान, जानें पूरा मामला

साल 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है। इस टूर्नामेंट की मेजबानी पाकिस्तान के पास है। ऐसे में संभावना है कि बीसीसीआई पाकिस्तान में अपनी टीम न भेजे, क्योंकि एशिया कप में भी बीसीसीआई ने अपनी टीम पाकिस्तान नहीं भेजी थी।

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अभी काफी समय है। इससे पहले 2024 में टी20 विश्व कप होना है और सभी टीमों को इस टूर्नामेंट से पहले काफी क्रिकेट खेलना है। हाल ही में वनडे विश्व कप खत्म हुआ है और आने वाले साल में आईसीसी टूर्नामेंट की बात करें तो 2024 में टी20 विश्व कप के अलावा 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल होना है। हालांकि, चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी को लेकर पाकिस्तान अभी से परेशान है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने आईसीसी से उसके साथ चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मेजबानी अधिकार समझौते पर हस्ताक्षर करने का आग्रह किया है। पीसीबी ने इस बात पर जोर दिया कि अगर भारत राजनीतिक और सुरक्षा कारणों का हवाला देकर वहां खेलने से इनकार करता है तो पीसीबी को मुआवजा दिया जाना चाहिए।

चैंपियंस ट्रॉफ्री की मेजबानी पाकिस्तान के पास है, लेकिन आईसीसी ने अब तक पीसीबी के साथ महत्वपूर्ण मेजबानी समझौते पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। इसी वजह से पीसीबी अध्यक्ष जका अशरफ और सीओओ सलमान नसीर ने फरवरी-मार्च, 2025 में पाकिस्तान में चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी पर चर्चा करने के लिए अहमदाबाद में आईसीसी कार्यकारी बोर्ड से मुलाकात की थी।

सूत्र ने कहा, “पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारतीय बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा फिर से अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार करने की संभावना पर चर्चा की और स्पष्ट किया कि किसी भी स्थिति में आईसीसी को टूर्नामेंट पर एकतरफा निर्णय लेने से बचना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि पीसीबी अधिकारियों ने आईसीसी से कहा था कि अगर भारत सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान में खेलने से इनकार करता है, तो वैश्विक संस्था को एक स्वतंत्र सुरक्षा एजेंसी नियुक्त करनी चाहिए। पीसीबी ने आगे कहा कि एजेंसी भारत सहित भाग लेने वाली टीमों की सुरक्षा स्थिति का आकलन करने के लिए पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा अधिकारियों के साथ संपर्क कर सकती है।

पीसीबी अधिकारियों ने कहा कि पिछले दो वर्षों में कई शीर्ष टीमों ने बिना किसी सुरक्षा चिंता के पाकिस्तान का दौरा किया है। सूत्र ने कहा, “उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि अगर भारत अपनी टीम नहीं भेजता है और उसके मैच दूसरे देश में स्थानांतरित किए जाते हैं, तो आईसीसी को इसके लिए पाकिस्तान को मुआवजा देना होगा।”

उन्होंने कहा कि पीसीबी अधिकारी स्पष्ट थे कि पाकिस्तान और भारतीय सरकारों के बीच संबंधों को देखते हुए इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि भारत फिर से सुरक्षा और राजनीतिक आधार पर देश में खेलने से पीछे हट जाएगा। गौरतलब है कि भारत ने इस साल अगस्त-सितंबर में आंशिक रूप से पाकिस्तान की मेजबानी में हुए एशिया कप में पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था।

भारतीय टीम ने अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले, जिसमें उस देश के खिलाफ फाइनल भी शामिल है। बीसीसीआई सचिव जय शाह की अध्यक्षता वाली एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के साथ एक समझौते के तहत पाकिस्तान ने एशिया कप के केवल चार मैचों की मेजबानी की। सूत्र ने कहा कि अशरफ और नसीर आईसीसी बैठक में स्पष्ट थे कि पाकिस्तान अपने मेजबानी अधिकार नहीं छोड़ेगा। उन्होंने कहा, “बीसीसीआई प्रतिनिधि ने कहा कि 2025 में भारत के पाकिस्तान में खेलने पर कोई भी फैसला केवल उनकी सरकार द्वारा लिया जाएगा और वे इस फैसले का पालन करने के लिए बाध्य हैं।”

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