भोपाल: इस जुमा मस्जिदों से होंगे बयान, लोकतंत्र बचाने करें सौ फीसदी मतदान

मतदान देश के हर नागरिक का अधिकार भी है और अपने मुल्क के लिए कर्तव्य भी। मतदान प्रक्रिया में शामिल होकर लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करने के लिए हर व्यक्ति को अपना योगदान देना चाहिए। देशभर के मुस्लिम विद्वानों ने इस तरह की अपील करना शुरू कर दी हैं। प्रदेश के तीसरे चरण के मतदान के लिए इस जुमा की नमाज में मस्जिदों से भी समझाइश देने की तैयारी की जा रही है।

जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने इस बारे में कहा है कि प्रजातांत्रिक व्यवस्था को बहाल रखने के लिए मतदान की अहमियत सभी को समझना चाहिए। यह अपने और देश के भविष्य के लिए जरूरी है। मौलाना के बयान को लेकर प्रदेश के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून और भोपाल जिलाध्यक्ष मिर्जा इस्माइल बेग ने भी कोशिशें तेज कर दी हैं। वे मौलाना की ताकीद को प्रदेशभर के मदरसों और मस्जिदों तक पहुंचा रहे हैं। हाजी हारून और इस्माइल बेग ने राजधानी भोपाल समेत प्रदेश की मस्जिदों के जिम्मेदारों से अपील की है कि शुक्रवार को होने वाली जुमा की नमाज से पहले जागरूकता अभियान चलाया जाए। इस दौरान लोगों को मतदान का महत्व समझाते हुए इसके लिए प्रेरित किया जाए। मिर्जा इस्माइल बेग ने बताया कि कोशिश की जा रही है कि जुमा को होने वाली नमाज से पहले होने वाले इस बयान से लोगों में जागरूकता फैलाई जाए। उन्होंने कहा कि देखने में आ रहा है कि मुस्लिम समुदाय में मतदान से बेरुखी रहे हुए है। यह स्थिति समाज और देश के लिए अच्छी नहीं है।

राजधानी में सैकड़ों मस्जिद
भोपाल को मस्जिदों का शहर कहा जाता है। यहां 400 से ज्यादा छोटी बड़ी मस्जिदें हैं, जिनमें जुमा की नमाज अदा की जाती है। यहां ताजुल मसाजिद, जामा मस्जिद, मोती मस्जिद, प्रेस कॉम्प्लेक्स मस्जिद आदि में हर जुमा को नमाजियों की बड़ी तादाद मौजूद रहती है।

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