यंहा ईंट-पत्थर के नहीं बल्कि प्लास्टिक की बोतलों से बने हैं घर

आपने ईंट-पत्थर के मकान तो देखे ही होंगे। लकड़ी के भी कश्मीर जैसे शहर में दिख ही जाएंगे। पर क्या आपने कभी ऐसे घर की कल्पना की है, जो प्लास्टिक की खाली बोतलों से बना हो? आपको शायद ये मज़ाक लग सकता है लेकिन पनामा नाम के एक देश में जल्द ही ऐसा होने वाला है। यहां एक ऐसे गांव का निर्माण हो रहा है, जिसमें सभी घर प्लास्टिक की बोतलों से बने होंगे।
वो प्लास्टिक की बोतलें जिन्हें हम कबाड़ समझ कर फैंक दिया करते है, वे वातावरण के लिए काफ़ी हानिकारक होती हैं। उनको Recycle कर दोबारा इस्तेमाल करना भी काफी मुश्किल होता है। जलाना भी वायु प्रदूषण फैलाता है। इन सब कारणों से वाक़िफ़ एक व्यक्ति ने वातावरण को बचाने और पुरानी बोतलों को दोबारा इस्तेमाल में लाने के लिए यह नया उपाय खोज लिया है।

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पनामा में 83 एकड़ क्षेत्र में Plastic Bottle Village नाम से बनाया जा रहा यह प्रोज़ेक्ट जल्द ही पूरा होने वाला है। हर घर यहां 14000 से ज़्यादा बोतलों पर खड़ा होगा और कुल 120 घर बनाने का निर्णय लिया गया है। यही नहीं बल्कि सामुदायिक केंद्र,पोविलियन और गार्डन भी बनाया जा रहा है इस गांव में।आश्चर्य की बात तो यह है कि इन घरों में आपको AC लगाने की ज़रूरत ही नहीं पड़ेगी। गर्मी के दिनों में आम घरों के तापमान के मुकाबले प्लास्टिक बोतलों से बने घरों का तापमान काफी कम है। निर्माताओं का दावा है कि मज़बूती के मामले में भी कोई समझौता नहीं किया जा रहा।अगर वाकई इतनी सारी ख़ूबियां हैं प्लास्टिक बोतलों से बने घरों की, तो इन्हें इंडिया में भी बनाया जा सकता है। हमारे यहां जितनी प्लास्टिक बोतलें रोड पर पाई जाती हैं, उतनी से किसी का घर बस जाये तो क्या बुरा है? कूड़े-कबाड़ को काम में लगाया जा सकेगा और वातावरण भी प्रदूषित नहीं होगा।

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