बड़ा सवाल: क्या महिलाएं पीरियड्स के दौरान भी रख सकती हैं नवरात्रि का व्रत, जानें जवाब…

आजकल नवरात्रि का पर्व चल रहा है। इन दिनों महिलाएं उपवास रखती हैं लेकिन एक स्त्री के साथ बहुत अधिक संभावना है कि 28 से 32 दिनों के मध्य घटित होने वाला उसका मासिक धर्म इन नौ दिनों में ही घटित हो जाए, और ऐसे में सवाल यह पैदा होता है कि ”तब क्या मासिक धर्म के दरमियान पूजा या उपासना संभव है या नहीं।”

मासिक धर्म के दौरान भी रख सकती हैं नवरात्रि का व्रत:

ज्योतिषों के मुताबिक ”जिस प्रकार आप कभी भी अपने प्रेम, क्रोध और घृणा को प्रकट कर सकते हैं, जिस प्रकार आप कभी भी अपने मस्तिष्क में शुभ-अशुभ विचार ला सकते हैं, जिस प्रकार आप कभी भी अपनी जुबान से कड़वे या मीठे वचन बोल सकते हैं, उसी प्रकार आप कभी भी, कहीं भी, किसी भी स्थिति में प्रभु का ध्यान, उनका चिंतन, उनका स्मरण, उनका सुमिरन या मानसिक जप कर सकते हैं।”

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क्या है मान्यता:

ऐसे में परंपराएं और कर्मकांड मासिक धर्म में स्थूल उपक्रम यानी, देव प्रतिमा के स्पर्श, स्थूल पूजन और मंदिर जाने या धार्मिक आयोजनों में शामिल होने की सलाह नहीं देती हैं लेकिन हम काम, क्रोध, लोभ, मोह, घृणा, द्वेष इत्यादि को मासिक धर्म के दौरान अंगीकार कर सकते हैं, तो शुभ चिंतन और व्रत रखने में क्या आपत्ति है। कहा जाता है मासिक धर्म के दौरान महिलाएं माता का व्रत रख सकती हैं लेकिन इस बीच स्थूल पूजन यानी देवी-देवताओं का स्पर्श ना करें।

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