कुछ इस तरह होता है भारत से अरब तक रमजान का जश्न

 

Ramzan 2019: दुनियाभर में रमजान के महीने में इबादत का तरीका लगभग सबका एक ही होता है, लेकिन रमजान को मनाने के रीति रिवाज अलग अलग हिस्सों में एक दूसरे से भिन्न होते हैं. रमजान इस्लाम के 5 अरकानों में से एक है. रमजान का महीना 29 से 30 दिन तक चलता है, जिसमें रोजे रखे जाते हैं, कुरान की तिलावत की जाती है, गरीबों को जकात दी जाती है. 
दुनियाभर के अलग-अलग देशों में रमजान का जश्न अलग और अनोखे तरीके से मनाया जाता है. आइए आपको बताते हैं. रमजान के महीने में किस देश में क्या खास किया जाता है.

 

ड्रम की गूंज, लालटेन की जगमगाहट, भारत से अरब तक यूं होता है रमजान का जश्न

भारत– 

भारत में रमजान की रौनक देखते ही बनती है. रमजान से पहले ही बाजारों में दुकाने सजनी शुरू हो जाती हैं. बड़ों से लेकर बच्चे तक इबादत नें डूबे नजर आते हैं. रमजान के दिनों में मस्जिदों में नमाजियों की तदाद कई गुना बढ़ जाती है. कई मुस्लिम इलाकों में दिन के समय खाने-पीने के होटल बंद कर दिए जाते हैं. लोग एक दूसरे को सहरी और इफ्तार की दावत देते हैं. नमाज- कुरान की तिलावत करते हैं. वहीं, कुछ लोग रमजान शुरू होने की खुशी में एक दूसरे को उपहार के रूप में खजूर भी देते हैं. 

रमजान के महीने भर सहरीवाला या जोहरीदार के नाम से मशहूर लोग गली-मोहल्लों में आकर सहरी के लिए लोगों को जगाते हैं. बता दें कि सहरीवाला या जोहरीदार का रिवाज मुगलकाल से चला आ रहा है और आज भी भारत के कई शहरों खासकर पुरानी दिल्ली में काफी प्रचलित है.

ड्रम की गूंज, लालटेन की जगमगाहट, भारत से अरब तक यूं होता है रमजान का जश्न

इजिप्ट-

इजिप्ट के लोगों के लिए रमजान का महीना सालभर के सबसे महत्वपूर्ण महीनों में से एक होता है. यहां के रमजान को लेकर कहा जाता है कि ‘अगर आपने इजिप्ट के रमजान के महीने का जश्न नहीं देखा, तो आपने कोई जश्न ही देखा है.’ हर साल इजिप्ट के लोग रमजान के पाक महीने का आगाज होने से चांद रात (रमजान की आखिरी रात) तक रंग-बिरंगे लालटेन जलाते हैं, जिसे एकता और प्यार का प्रतीक माना जाता है. हालांकि, इजिप्ट में यह धार्मिक से ज्यादा सांस्कृतिक परंपरा है. इजिप्ट में ये परंपरा कब और कैसे शुरू हुई इसको लेकर कई मान्यताएं प्रचलित हैं. रमजान के महीने में घर, सड़कों, मस्जिदों को लालटेन से सजाया जाता है. हैसियतमंद लोग गरीबों में पैसे, खाना की चीजें आदि बांटते हैं और इबादत में रमजान का महीना गुजारते हैं. 

ड्रम की गूंज, लालटेन की जगमगाहट, भारत से अरब तक यूं होता है रमजान का जश्न

अरब- 

अरब देशों में रजमान का जश्न शाबान के महीने की 15वीं तारीख (शब-ए-बारात) से ही शुरू हो जाता है. अरब देशों में शब-ए-बारात के दिन बच्चे ट्रेडिशनल कपड़े पहनकर आस-पास के घरों में जाकर मेवा और मिठाइयां लेते हैं. मिठाइंया और मेवे लेते समय बच्चे बोलते जाते हैं Aatona Allah Yutikom, Bait Makkah Yudikum मतलब आप हमें दो अल्लाह आपको इसका फल देगा. हर साल शब-ए-बारात के दिन यहां नेशनल हॉलीडे होता है. ये परंपरा एक दूसरे के प्रति प्यार और मजबूत रिश्ते की प्रतीक मानी जाती है. 

 

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पाकिस्तान-

पाकिस्तान में रमजान की रौनक देखने को बनती है. यहां रमजान के पूरे महीने दिन के समय में खाने-पीने के सभी होटल और दुकाने बंद कर दिए जाते हैं. लोग एक महीने तक टीवी से दूरी बना लेते हैं और अपना सारा वक्त अल्लाह की इबादत में गुजारते हैं. बाजारों को खासतौर पर सजाया जाता है. महीने भर सभी दुकाने सुबह सहरी तक खुली रहती हैं. दिन की तरह ही पूरी रात यानी सहरी तक लोगों की चहल पहल रहती है और चांद रात (रमजान का आखिरी दिन) तक ये सिलसिला जारी रहता है.

तुर्की- 

ऑटोमन एंपायर के समय से अभी तक तुर्की के लोग ड्रम की आवाज सुनकर सहरी के लिए उठते हैं. रमजान के महीने में आज भी तुर्की की सड़कों और गलियों में लगभग 2000 से ज्यादा ड्रम बजाने वाले घूमते हैं. खास बात यह है कि ड्रम बजाने वाले ऑटोमन एंपायर के लोगों की तरह ही ट्रेडिशनल कपड़े पहनकर लोगों को सहरी के लिए उठाते हैं. इसके लिए उन्हें पैसे दिए जाते हैं. तुर्की के लोगों का मानना है कि इसके बदले अल्लाह उनके लिए कुछ अच्छा करेगा. 

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इराक- 

इराक में रमजान का जश्न बहुत दिलचस्प तरीके से मनाया जाता है. इराक में रोजा इफ्तार के बाद सभी पुरुष एक जगह इकट्ठे होकर Mheibes ( महबीस) गैम खेलते हैं. बता दें, महबीस अरबी भाषा का शब्द है, जिसका मतलब ‘रिंग’ होता है. इस गैम में दो टीम होती हैं, जिसमें 40 से 250 लोग शामिल होते हैं. एक टीम दूसरी टीम से रिंग छुपाती है. इसमें एक टीम का मेंबर अपनी टीम के किसी दूसरे शख्स को रिंग पास करता है और दूसरी टीम को पहचानना होता है कि रिंग किस के पास है. रमजान के महीने में ये अनोखा गैम खेलने का रिवाज इराक में सदियों से चला आ रहा है. 

 

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