अगर भारत-पाक में युद्ध हुआ तो, जाएगी इतने करोड़ लोगों की जान

2025 तक भारत और पाकिस्तान के पास परमाणु बमों की ताकत और अभी अधिक हो चुकी होगी. जम्मू-कश्मीर के मसले पर दोनों देश जिस तरह आगे बढ़ रहे हैं, उससे दोनों देशों में भयंकर परमाणु युद्ध छिड़ सकता है और अगर ऐसा हुआ तो 10 करोड़ लोग अपनी जान गंवा देंगे’.

ये दावा अमेरिका की रटगर्स विश्वविद्यालय की एक रिपोर्ट में किया गया है. जम्मू-कश्मीर के मसले पर जिस तरह के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संयुक्त राष्ट्र के मंच पर परमाणु युद्ध की धमकी दे डाली उसके बाद दुनिया की नज़र एक बार फिर भारत-पाकिस्तान पर है. यही कारण है कि इस तरह की रिसर्च लगातार सामने आ रही हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के मुद्दे के कारण पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी भारत में हमला तेज कर सकते हैं, जिनका निशाना भारत की संसद तक हो सकता है और 2025 में ये मामला पूरी तरह चरम पर जा सकता है. जिसके कारण भारत-पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई करेगा, जिसकी क्षमता पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) तक होगी, यही लड़ाई दोनों देशों में सबसे बड़े युद्ध की वजह बनेगी.

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इसके अनुसार भारत और पाकिस्तान के पास अभी करीब 150 परमाणु हथियार हैं, लेकिन 2025 तक इनकी गिनती 200 को पार कर जाएगी. यानी दोनों देशों के पास हथियारों की संख्या 400-500 हो सकती है. यही जंग अगर छिड़ती है तो परमाणु युद्ध की वजह से करीब 10 करोड़ लोगों की जान जा सकती है. रिपोर्ट को लिखने वाले एलन रोबॉक कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर को लेकर जिस तरह लड़ाई जारी है और हर महीने बॉर्डर पर लोगों की जान जा रही है, उसकी वजह से ये जंग एक दिन चरम पर पहुंच सकती है.

इस रिपोर्ट में इस दौरान फरवरी में दोनों देशों के बीच हुई आर-पार की लड़ाई का भी जिक्र है, जब भारत के द्वारा पाकिस्तान में की गई एयरस्ट्राइक से तबाही मची थी और पाकिस्तान के लड़ाकू विमान भारत में आ गए थे. रिसर्च में कहा गया है कि विश्व युद्ध 2 में करीब 80 मिलियन लोग मारे गए थे, लेकिन ये तबाही 100 मिलियन के आंकड़ों को पार करेगी. इसमें दावा है कि अगर दो पड़ोसी देश जिनके पास सैकड़ों की संख्या में छोटे परमाणु हथियार हो तो वह दुनिया को डराते हैं और बड़े देशों को इनकी तरफ ध्यान देना चाहिए. 

इस रिपोर्ट में परमाणु युद्ध के बाद होने वाले रेडिएशन के असर, वनस्पति की खराबी, सूरज से आने वाली धूप, सांस लेने में तकलीफ, खाने-पीने की कमी, महामारी का खतरा सभी का आंकलन किया गया है. रिपोर्ट का कहना है कि अगर दोनों देशों के बीच समझौता नहीं होता है, तो दक्षिण एशिया में तबाही का सबसे काला इतिहास लिखा जाएगा.

सिर्फ भारत-पाकिस्तान ही नहीं बल्कि इस पूरी रिसर्च में इजरायल, चीन, फ्रांस, रूस, फिलीस्तीन समेत मध्य एशिया के कुछ देशों की स्थिति को दर्शाया गया है. इन्हें भी एक खतरा बताया गया है लेकिन भारत-पाकिस्तान के मसले को सबसे गंभीर बताया गया है.

यूनिवर्सिटी की पूरी रिसर्च पढ़ें…

क्या है भारत-पाकिस्तान के बीच का विवाद?

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से भारत ने अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला लिया, जिसके बाद पाकिस्तान बौखलाया है. पाकिस्तान इसे संयुक्त राष्ट्र के नियमों का उल्लंघन मान रहा है और दुनिया में इसको लेकर ढिंढोरा पीट रहा है. इमरान खान ने तो UN के मंच से परमाणु युद्ध की धमकी दी थी और कहा था कि अगर भारत कश्मीर से कर्फ्यू नहीं हटाता है तो पुलवामा जैसे हमले बढ़ सकते हैं. अगर दुनिया में पाकिस्तान की बात नहीं सुनी जाती है तो बंदूक उठाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचता है.

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