इन जगहों पर घूमना किसी खतरे से कम नहीं

हर इंसान घूमने के लिए ऐसी जगहों का चुनाव करना पसंद करता हैं जहां वो आजतक नहीं गया हो और वहां जाकर अपना अच्छा समय व्यतीत कर सकें। कई लोग ऐसे होते हैं जिन्हें एडवेंचर ट्रिप करने में ज्यादा मजे आते हैं और वे ऐसी जगह का चुनाव करते हैं जो खतरों से भरी होती हैं और जहां जाना आसान काम ना हों। आज हम आपको कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जो खतरों से खाली नहीं हैं और यहाँ पर पर्यटकों के लिए जाना मना हैं। 

* नॉर्थ सेंटीनल द्वीप, अंडमान 

अंडमान का नॉर्थ सेंटीनल द्वीप में बाहरी लोगों के लिए पूरी तरह प्रतिबंधित है। डीडब्ल्यू की खबर के मुताबिक, वहां सिर्फ नाव के जरिये पहुंचा जा सकता है। द्वीप में आज भी 60,000 साल पुराना इंसानी कबीला रहता है। उनका बाहरी दुनिया से कोई संपर्क नहीं है। वहां पहुंचने की कोशिश करने वालों पर कबीला हमला भी करता है।

* राजा किन शी हुआन का मकबरा, चीन 

210 ईसा पूर्व में मारे गए चीनी सम्राट का यह मकबरा आज भी रहस्य बना हुआ है। यहां हजारों टेराकोटा सैनिकों की मूर्तियां हैं। मकबरे के बाहर कई तरह के ट्रैप लगाए गए हैं। करीब 2000 साल से यह स्थल संरक्षित है। चीनी सरकार ने वहां रिसर्च पर भी प्रतिबंध लगाया हुआ है।

* सांपों का द्वीप, ब्राजील 

ब्राजील के शहर साओ पाओलो से करीब 36 किलोमीटर दूर इस द्वीप में सांपों का राज चलता है। यहां सांपो की कुल 4 हजार प्रजातियां हैं। उनमें से कुछ बेहद विषैले सांप हैं। सुरक्षा कारणों के चलते ब्राजील सरकार ने वहां टूरिज्म पर प्रतिबंध लगा रखा है। वहां रिसर्च के लिए कभी कभार वैज्ञानिक ही जा सकते हैं।

* एरिया 51, निवाडा 

यह इलाका अमेरिकी सेना का टेस्टिंग जोन है। वहां नए हथियार और तकनीकों का परीक्षण किया जाता है। लेकिन एक कहानी यह भी है कि 1947 में वहां एक उड़नतश्तरी आई थी। इस चर्चित किस्से के बाद टूरिस्ट वहां जाने को बेताब रहते हैं। लेकिन निवाडा के एरिया 51 में पर्यटकों का जाना मना है।

* लसकस गुफा, फ्रांस 

1940 में चार किशोरों को संयोग से यह गुफा मिली। गुफा में ऐतिहासिक काल के हजारों चित्र हैं। अब तक 600 की ही पहचान हो सकी है। 1960 के दशक में इसे पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया। इसकी वजह यह है कि गुफा के टूटने का खतरा तो है ही। साथ ही वहां घातक फंगस भी हैं।

 

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