उपराष्ट्रपति नायडू ने अपने पहले साल के अनुभवों पर लिखी किताब, जानिए क्या है खास?

उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू ने अपने पहले साल के कार्यकाल के अनुभवों को पुस्तक के रूप में संकलित किया है. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति के रूप में नायडू की पहली पुस्तक ‘मूविंग आन मूविंग फारवर्ड, ए इयर इन ऑफिस’ का विमोचन रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे. 

उपराष्ट्रपति सचिवालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि नायडू ने पिछले एक साल में अपने अनुभवों का उल्लेख 245 पृष्ठ की इस पुस्तक में शब्दों और चित्रों के माध्यम से किया है. उन्होंने पुस्तक में 465 चित्रों के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों, यात्रा विवरण और विभिन्न सम्मेलनों के अनुभव साझा किये हैं. 

उल्लेखनीय है कि नायडू ने गत वर्ष 11 अगस्त को उपराष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण की थी. गत 10 अगस्त को उन्होंने संसद के मानसून सत्र के दौरान उच्च सदन की समापन बैठक को संबोधित करते हुये बताया था कि वह अपने पहले वर्ष के कार्यकाल के अनुभवों पर एक पुस्तक लिख रहे हैं.

पुस्तक में नायडू ने अपनी नयी भूमिका के बारे में लिखा है कि उन्होंने देश के इतिहास के एक रोचक मोड़ पर उपराष्ट्रपति पद ग्रहण किया है. इस दौर को उन्होंने अदम्य चुनौतियों और असीमित अवसरों का कालखंड बताते हुये कहा कि वह भाग्यशाली हैं, कि जब उन्हें इस नयी भूमिका में देश और नागरिकों की सेवा करने का अवसर मिला है. 

राज्यसभा के सभापति के रूप में अपने अनुभवों के बारे में नायडू ने पुस्तक में पहले दो सत्रों में अपेक्षित कामकाज नहीं हो पाने के कारण निराशा व्यक्त की है. लेकिन मानसून सत्र में इस बार बेहतर कामकाज होने का हवाला देते हुये उन्होंने भविष्य के नयी शुरूआत होने की उम्मीद जताई है. पुस्तक विमोचन समारोह में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, एच डी देवगौड़ा, केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली और अनंत कुमार तथा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद भी मौजूद रहेंगे. 

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