वसुंधरा राजे ने अमित शाह और रामलाल से की मुलाकात

राजस्थान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को लेकर एक सप्ताह से चल रही खींचतान अभी खत्म होती नजर नहीं आ रही है। भाजपा आलाकमान के बुलावे पर गुरुवार को दिल्ली पहुंचीं मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, संगठन महामंत्री रामलाल और सह-संगठन मंत्री वी.सतीश से मुलाकात कर अपना पक्ष रखा। वसुंधरा राजे अब भी पार्टी आलाकमान द्वारा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए तय किए गए केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को स्वीकारने के लिए तैयार नहीं हैं ।

वसुंधरा राजे ने अमित शाह और रामलाल से की मुलाकात

वसुंधरा राजे ने अध्यक्ष पद के लिए राज्य के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी और कोटा सांसद ओम बिड़ला के नाम का प्रस्ताव आलाकमान के समक्ष रखा है। चतुर्वेदी पूर्व में भी प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। पूर्व में वसुंधरा राजे पूर्व मंत्री लक्ष्मीनारायण दवे, राज्यसभा सांसद नारायण पंचारिया और राज्य के स्वायत्त शासन मंत्री श्रीचंद कृपलानी के नामों के प्रस्ताव आलाकमान के समक्ष भेज चुकी हैं। लेकिन, आलकमान ने इन पर सहमति देने से इन्कार कर दिया। इसके बाद राजे ने अपनी रणनीति बदलते हुए आरएसएस के नजदीकी माने जाने वाले चतुर्वेदी और बिड़ला के नामों का प्रस्ताव गुरुवार को पार्टी नेतृत्व के समक्ष रखा। हालांकि, केंद्रीय नेतृत्व गजेन्द्र सिंह शेखावत को अध्यक्ष बनाने के लिए पूर्व में लिए गए निर्णय पर कायम है।

जानकारी के अनुसार, राजे ने गुरुवार सुबह दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय जाकर डेढ़ घंटे तक रामलाल और वी.सतीश के साथ बैठक की। इसके बाद तीनों नेता एक साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह से मिले। अमित शाह के साथ इनकी बैठक करीब 15 मिनट तक चली और इसके बाद फिर तीनों नेता एक साथ बैठे। वसुंधरा राजे करीब साढ़े तीन घंटे तक भाजपा मुख्यालय में रहीं। इसके बाद राजस्थान विधानसभा के उपाध्यक्ष राव राजेन्द्र सिंह ने अमित शाह से मुलाकात की। अमित शाह से मुलाकात करने के बाद राव राजेन्द्र सिंह, वसुंधरा राजे के लेखा विहार स्थित आवास पर पहुंचे, वहां पहले से राज्य के चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ एवं श्रम मंत्री जसवंत यादव मौजूद थे।

रामलाल ने मंत्रियों और विधायकों द्वारा शेखावत के खिलाफ दिल्ली में की जा रही लॉबिंग को गलत बताते हुए नाराजगी जताई है। उन्होंने वसुंधरा राजे से लॉबिंग प्रक्रिया को बंद कराने के लिए कहा है। केंद्रीय नेतृत्व अब तक गजेन्द्र सिंह शेखावत के अतिरिक्त किसी अन्य नाम पर विचार करने को तैयार नहीं है। भाजपा के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी के अनुसार दिल्ली में चले बैठकों के दौर में केंद्रीय नेताओं ने राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव को राजस्थान चुनाव अभियान की कमान सौंपने की जानकारी मुख्यमंत्री को दी है। भूपेन्द्र यादव पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के विश्वस्त माने जाते हैं। फिलहाल वह कर्नाटक विधानसभा चुनाव अभियान का काम संभाल रहे हैं।

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