गजब का हौंसला रखने वाली देश की इस होनहार बेटी से मिलिए। छोटे से गांव से निकली, सपनों को उड़ान दी और रच दिया इतिहास, दिलचस्प स्टोरी।
हम बात कर रहे हैं, हम बात कर रहे हैं क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर की। महिला विश्व कप के सेकेंड सेमीफाइनल में 171 रन बनाकर कंगारुओं के छक्के छुड़ाने वाली हरमन को फोब्स की लिस्ट में 26 वीं रेंक मिली है। हरमन बिग बैश लीग में खेलने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर भी हैं। आईसीसी महिला वनडे बल्लेबाजों की रैकिंग में भी हरमन टॉप 10 में हैं। इस सूची में उनकी रैंक छठी है।
हरमन तब सुर्खियों में आईं, जब महिला विश्व कप 2017 में भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने कंगारुओं के छक्के छुड़ाए थे। हरमनप्रीत ने 115 गेंदों में 171 रन बनाए। 20 चौके और 7 छक्के जड़े। पारी में हरमनप्रीत का स्ट्राइक रेट 148.69 रहा। इस धमाकेदार पारी की बदौलत हरमन ने न केवल महिला क्रिकेट के बल्कि, पुरुष क्रिकेट के कुछ रिकॉर्ड्स को चुनौती दे डाली थी।
हरमन ने तोड़ा रोहित शर्मा का रिकॉर्ड
हरमन ने आईसीसी वर्ल्ड कप के नॉक आउट स्टेज में 171 रन बनाकर भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम को भी पीछे छोड़ दिया है। वर्ल्ड कप के नॉक आउट स्टेज में भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड अब तक रोहित शर्मा के नाम था। रोहित ने 2015 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में 137 रन बनाए थे, लेकिन हरमनप्रीत ने 171 रन बनाकर यह रिकॉर्ड तोड़ दिया।
ऑस्ट्रेलियाई लीग में बिगबैश की टीम से खेलीं हैं
हरमनप्रीत पंजाब और टीम इंडिया के अलावा ऑस्ट्रेलियाई लीग में बिगबैश की टीम सिडनी थंडर्स की ओर से भी खेल चुकी हैं। इसी वजह से वह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को अच्छी तरह से खेल सकीं। सिडनी थंडर्स के साथ जुड़ने वाली हरमन पहली भारतीय क्रिकेटर हैं। इसके अलावा हरमनप्रीत सरे स्टार्स से जुड़ने वाली भी पहली भारतीय हैं। 2013 में इंग्लैंड के खिलाफ वर्ल्ड कप मैच में अपना पहला शतक जड़ा था।
परेशानियां झेलीं, पर क्रिकेट का जुनून कम नहीं हुआ
तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी हरमनप्रीत स्कूल में हरमनप्रीत हॉकी और एथलेटिक्स खेलती थीं, लेकिन क्रिकेट ही उनके मन में बस गया। पर न तो उसके पास खेलने का माहौल था और न ही सुविधाएं। पिता के पास कभी इतने पैसे नहीं थे कि पांच साल की बेटी के लिए नया बैट खरीदें तो वे भारी-भरकम बैट को काट-छांट कर छोटा करते थे। परेशानियों ने हरमन के क्रिकेट के प्रति उसके जुनून को कम नहीं होने दिया।
छक्का मारने पर हुई थी हरमनप्रीत के बल्ले की जांच
हरमनप्रीत कौर को शुरू से ही लंबे-लंबे छक्के लगाने का शौक रहा है। और अपने इसी शौक के चलते हरमन कई पड़ोसियों की खिड़की के शीशे तोड़ चुकी हैं। साल 2009 में ऑस्ट्रेलिया में अपना पहला वर्ल्डकप खेलते हुए जब हरमनप्रीत ने 110 मीटर लंबा छक्का लगाया तो बाद में उनके बल्ले की जांच भी की गई थी। बकौल हरमनप्रीत उन्हें लंबे छक्के लगाने में बेहद मजा आता है।
इंटरनेशनल वूमेन डे के दिन जन्मीं थी हरमन
हरमनप्रीत का पूरा नाम रमनप्रीत हरमनप्रीत कौर भुल्लर है। उनका जन्म 8 मार्च 1989 को पंजाब के मोगा में हुआ था। उनके माता-पिता हरमंदर सिंह भुल्लर और सतविंदर कौर ने बताया कि उनकी बेटी का जन्म इंटरनेशनल वुमन डे के दिन यानी 8 मार्च 1989 को हुआ। हरमन ने अपनी प्राइमरी एजूकेशन भूपिंदरा खालसा गर्ल्स स्कूल और 10वीं गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की।
84 नंबर वाली टीम इंडिया की टीशर्ट पहनती हैं
हरमनप्रीत दंगा पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए हमेशा 84 नंबर वाली टीम इंडिया की टीशर्ट पहनती हैं। उनके क्रिकेट के शौक के कारण कई लोग उन्हें खिलाड़ियों का नाम लिखी हुई टीम इंडिया की टी-शर्ट गिफ्ट कर चुके हैं, लेकिन उन्होंने उसे कभी नहीं पहना। क्योंकि उनकी जिद थी कि वे टीम इंडिया की जर्सी तब ही पहनेंगी, जब उस पर उनका खुद का नाम लिखा हुआ हो।