ये हैं रावण के वो 7 अधूरे काम, जिन्हें देख कर वैज्ञानिकों के भी होश उड़ गए…

रामायण के बारे में सबको पता है. रामायण में रावण का योगदान मुख्यता विलेन के रूप में है लेकिन हर किसी को ये भी मलुम है कि रावण एक बहुत बड़ा पंडित था.

ये हैं रावण के वो 7 अधूरे काम, जिन्हें देख कर वैज्ञानिकों के भी होश उड़ गए…
रावण शंकर भगवान का भक्त भी था. रावण बहुत बड़ा ज्ञाता भी था आज के समय में रावण होता तो एक वैज्ञानिक होता.जिद्दी रावण के भी कुछ ऐसे काम थे जो अधूरे रह गए थे. आज हम आप को रावण के वहीँ अधूरे काम बता रहे है. जानिये रावण के वो अधूरे काम जो आज भी अधूरे है.

1- राक्षस राज का बोलबाला
रावण हमेशा चाहता था कि दुनिया में हर जगह राक्षसों का वर्चस्व हो. जो कि उसकी इच्छा अधूरी ही रह गई.

2- देवी-देवताओं की पूजा अर्चना को बंद करवाना
रावण खुद को बहुत शक्तिशाली समझता था और वो चाहता था कि बस लोग उसी की पूजा करें और इसके लिए उसने स्वर्ग तक सीढियाँ बनाने की एक कोशिश भी की, ताकि वो वहां भी पहुँच कर राज कर सके.

3- सुगन्धित सोना
रावण को सोना बहुत पसंद था. इसी लिए उसने सोने की लंका बनवा राखी थी. रावण भी सोने को सुगन्धित करना चाहता था ताकि धरती के संपूर्ण सोने को सहज कर अपने पास रख सके.

4- नशीले पेय का बढ़ावा
रावण चाहता था कि शराब जैसी चीजें आदमी को राक्षस बना देती हैं. बस यही बात रावण उस समय समझता था और उसने एक कोशिश इस ओर भी की थी.

5- सफेद खून
रावण को अपनी ताकत के घमंड में हत्याएं करने का बहुत शौक था. वो चाहता था खून का रंग सफ़ेद हो. इस कारण वो चाहता था कि खून का रंग सफेद हो जाए ताकि लोगों को मारने के बाद किसी को पता न चले और खून पानी के बहाव को लाल न करे.

6- मीठा समुन्द्र
रावण एक दम ही लग समझता था. रावण हर चीज को अपने अनुसार ढालने का प्रयास करना चाहता था. जैसे आसमान का रंग काला और समुन्द्र का जल मीठा.

7- सुंदर महिलाएं उसकेआस पास हों
रावण एक शक्तिशाली पुरुष था वो धरती की हर सुंदर नारी को अपने आस पास रखना चाहता था.

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