20 फरवरी दिन मंगलवार का राशिफल: ग्रह बदल रहे हैं अपनी चाल, इन 4 राशि वालों की किस्मत बदल देंगे बजरंगबली

।।आज का पञ्चाङ्ग।।

आप सब का मंगल हो 20 फरवरी दिन मंगलवार

20 फरवरी दिन मंगलवार का राशिफल: ग्रह बदल रहे हैं अपनी चाल, इन 4 राशि वालों की किस्मत बदल देंगे बजरंगबली

ऋतु-शिशिर
माह-फाल्गुन
पक्ष-शुक्ल
तिथि-पंचमी
सूर्य-उत्तरायण
सूर्योदय-06:20
सूर्यास्त-05:40
राहूकाल(अशुभ समय)शायं
03:00 से 04:30 तक
दिशाशूल-उत्तर
शुभदिशा-दक्षिण
अभिजितमुहूर्त-दोपहर 12:12 से 12:57 तक
अमृतमुहूर्त-दोपहर 12:35 से 02:00 बजे तक

।।आज का राशिफल।।

मेष:-आज आपका व्यापर प्रभावित रह सकता है, प्रियजनों संग मिलेगा। अच्छे कार्य में खर्च होगा। समीप की यात्रा भी संभव है। व्यावसाय में धन का लाभ होगा।
सुझाव:-आज आप एक मुखी हनुमत कवच का पाठ करें।
राशिरत्न:-मूँगा

वृष:-आज व्यवसाय में आपको धन का लाभ हो सकेगा। अच्छा समाचार प्राप्त होगा। पराक्रम में वृद्धि होगी। मान-सम्मान के साथ मनोबल बढेगा। शत्रु पराजित होंगे।
सुझाव:-आज आप सुन्दरकाण्ड का पाठ करें।
राशिरत्न:-हीरा, ओपल

मिथुन:-आज आपको व्यवसाय में कठिन परिश्रम के उपरांत धन का आंशिक लाभ हो पायेगा। कार्य में व्यस्तता बनी रहेगी। राजकाज में रुकावट संभव है, किन्तु पराक्रम बढेगा। संतान सुख मिलेगा।
सुझाव:-आज आप सुन्दरकाण्ड पाठ करें।
राशिरत्न:-पन्ना

कर्क:-आज का दिन आपके लिए भागदौड भरा हो सकता है । मन विचलित रह सकता। धर्म कार्य सम्पन्न होंगे। पिता का सहयोग तथा राजकाज में सफलता मिलेगी।
सुझाव:-आज आप हनुमान बाहुक का पाठ करें।
राशिरत्न:-मोती

सिंह:- आज व्यापार में सामान्य धन का लाभ होगा। शैक्षिक कार्यों से प्रसन्नता और सहयोग मिलेगा। शत्रु परास्त होंगे तथा मनोबल में वृद्धि हो सकेगी।
सुझाव:-आज आप गुड़ व चना का दान करें।
राशिरत्न:-माणिक्य

कन्या:-आज व्यापार में सामान्य लाभ मिल सकता है। दिन बहुत अच्छा व्यतीत होगा। किसी विशेष मित्र से मुलाकात होगी। अच्छे समाचार की प्राप्ति होगी।यश व पराक्रम का लाभ मिलेगा।
सुझाव:-आज आप पंचमुखी हनुमान कवच का पाठ करें।
राशिरत्न:-पन्ना

तुला:-आज आपको व्यापार में रुक -रुक कर लाभ संभव है। समस्या का समाधान निकलेगा। कठिनाईयां दूर होंगी। योजनाबद्ध तरीके से पर कार्य हो सकेगा। उन्नति का मार्ग प्रशस्त होगा।संतान सुख मिलेगा।
सुझाव:-आज आप हनुमान चालीसा का 21 पाठ करें।
राशिरत्न:-हीरा,ओपल

वृश्चिक:-आज व्यापार में उतार चढ़ाव का सामना करनापड़ सकता है स्वास्थ्य ठीक रहेगा। संतान का सहयोग मिलेगा। मन शान्त रहेगा व सामान्य धन का लाभ होगा। पारिवारिक समस्या का निराकरण हो सकेगा।
सुझाव:-आज आप गणपति- अथर्वशीर्ष का 3 पाठ करें।
राशिरत्न:-मूँगा

धनु:-आज व्यापर में अकस्मात व्यय की संभावना बन सकती है। व्यापर में व्यस्तता बनी रहेगी। अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है। राजकीय कार्यों में विलम्बसम्भव है।
सुझाव:-आज आप किष्किन्धाकाण्ड का पाठ करें।
राशिरत्न:-पुखराज

मकर:-आज व्यापार व नौकरी में सामान्य धन का लाभ हो सकेगा। दैनिक कार्य में अनियमितता रह सकती है। व्यर्थ की भागदौड में समय व्यतीत होगा।सुदूर यात्रा संभव है।
सुझाव:-आज आप सुन्दरकाण्ड का पाठ करें।
राशिरत्न:-नीलम

कुम्भ:-आज व्यापर में धन हानि की संभावना सम्भव है, किन्तु मनोबल बढेगा। प्रियजनों से मन प्रसन्न रहेगा।स्वास्थ्य में शिथिलता आ सकती है।
सुझाव:-आज आप श्री सूक्त का 3 बार पाठ करें।
राशिरत्न:-नीलम

मीन:-आज दैनिक कार्य में तेजी आयेगी भाग्य आपका साथ देगा। अधिक परिश्रम करना पडेगा। व्यापार में प्रगति धीरे -धीरे ही होगी। धन का लाभ होगा। गृह निर्माण आरम्भ हो सकेगा।
सुझाव:-मसूर की दाल व गुड़ दान करें।
राशिरत्न:-पुखराज

।।आज के दिन का विशेष महत्व।।

1 आज शिशिर ऋतु फाल्गुन माह शुक्लपक्ष पंचमी तिथि है।
2 आज दोषसंघविनाशक रवियोग व सर्वाथसिद्धि योग भी है।
3 आज विवाहमुहूर्त है।

।।प्रेरणा दाई छंद।।

श्रुति सेतु पालक राम तुम्ह जगदीस माया जानकी ।
जो सृजति जगु पालति हरति रुख पाई कृपानिधान की।।
जो सहससीसु महीसु महीधर
लखनु सचराचर धनी।।
सुरकाज धरि नरराज तनु चले
दलन खल निसिचर आनी।।

अर्थ:-महामुनि वाल्मीकि जी कहते है कि हे राम आप श्रुति(वेद) की मर्यादा के रक्षक हो यह स्वयं महामाया ही हैं जो जानकी जी के रूप में प्रगट हुई है, ये वही समर्थवान आपकी आह्लादिनी शक्ति है जो जगत का सृष्टि,पालन,व हरण करती हैं।ये महा माया ही सब कार्य आपके रुख को देख कर करती हैं। ये लखन लाल ही सहस्त्रशीर्षा शेष,अहीश हैं, जो सम्पूर्ण ब्रम्हाण्ड को धारण करते हैं और हे जगदीश देवताओं का कार्य बनाने के लिए आप मनुष्य शरीर धारण करके ,खल व निशाचरों की सेना का संहार करने के लिए वन में चले अर्थात पधारें है। आपकी लीला अद्भुत व परम् गूढ़ है।

“अस्तु परमात्म सत्ता को जानने वाला जीव अपने सामर्थ्य का प्रदर्शन नही करता।”

।।वास्तु टिप।।

सेप्टिक टैंक का निर्माण भवन के वायव्य कोण अथवा उत्तर दिशा के मध्य में ही करवाना चाहिए अन्यथा घर के सभी सदस्यों का स्वास्थ्य प्रभावित रहेगा व धन का अपव्यय होता है।

।।इति शुभम्।।

।।आचार्य स्वमी विवेकानन्द।।
।।ज्योतिर्विद ,वास्तुविद व सरस् कथा व्यास।।
।।श्री अयोध्याधाम।।
संपर्क सूत्र-9044741252

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