होली से पहले आई राहत भरी खबर: सस्ता हुआ खाने वाला तेल…

 पिछले कुछ दिनों से सरसों के भाव में आई तेजी से किचन का बजट प्रभावित हुआ है. लॉकडाउन की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने से सरसों की डिमांड बढ़ती रही, जिसके चलते इसके भाव मजबूत हुए. पिछले एक साल में सरसों के भाव में 31 फीसदी का उछाल आया है. हालांकि, अब राहत भरी खबर आई है. होली के पहले खाद्य तेलों (edible oil)की कीमत में गिरावट हुई है. खाद्य तेलों की थोक कीमत में करीब तीन से चार रुपये किलो की गिरावट हुई है. इससे फुटकर कीमतों में भी दो-तीन रुपये तक कमी होने के आसार हैं. जल्द मार्केट में इसका असर आपको दिखेगा.

जानिए, आज कितना सस्ता हुआ तेल
शनिवार को सरसों के तेल, रिफाइंड के साथ ही पॉमोलिन के दाम में और कमी देखी गई है. सरसों के तेल का रेट घटकर 2200 रुपये टिन हो गया है. इससे पहले सरसों के तेल का दाम चढ़कर 2270-2280 रुपये 15 किलो टिन और रिफाइंड का दाम बढ़कर 2150 रुपये 15 लीटर का टिन हो गया था. फुटकर में सरसों के तेल के 145-150 से दो रुपये कम होने के आसार हैं. वहीं, रिफाइंड 2125 और पॉमोलीन के दाम घटकर 2050 रुपये टिन हो गया है.पहले पॉमोलीन का दाम भी 2130-2140 रुपये बढ़कर 15 किलो का टिन हो गया था. रिफाइंड के फुटकर दाम में भी एक-दो रुपये और पॉमोलीन में तीन-चार रुपये की कमी के आसार हैं.इस बार सरसों के उत्पादन में 14 फीसदी की बढ़ोत्तरी रहने का अनुमान है. मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर के सेकंड एडवांस्ड एस्टीमेट के मुताबिक इस बार 1.04 करोड़ टन सरसों का उत्पादन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 91.2 लाख टन था.

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