भागलपुर में आमजन बीमार, सर्दी-खांसी और बुखार के मरीज बढ़े, जाने कैसे खुद को रखें स्‍वस्‍थ्‍य

चिकित्सकों के मुताबिक जो लोग सर्दी-खांसी और बुखार से पीडि़त हैं उनकी ज्यादातर रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आ रही है। गनीमत है कि कोरोना खतरनाक नहीं है। बुखार और सर्दी तो तीन-चार दिनों में ठीक हो जाती है, लेकिन खांसी ठीक होने में एक सप्ताह भी लग सकता है। हालांकि जिन लोगों ने कोरोना का टीका नहीं लिया है उनके लिए संक्रमण घातक सिद्ध हो सकता है। फ्लू की तरह ही संक्रमण फैल रहा है।

दूसरी तरफ सोमवार को अचानक इरीथ्रोमाइसीन, ङ्क्षजक, बी कंप्लेक्स, पारासीटामोल और कफ सीरप की बिक्री में में अचानक 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। केवल शहर में 20 लाख रुपये की दवाएं बिकी हैं।

जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के मेडिसीन विभाग के सहायक प्राध्यापक डा. ओवेद अली ने कहा कि जो लोग सर्दी-खांसी और बुखार से पीडि़त हैं कोरोना जांच करवाने पर 80 प्रतिशत पाजिटिव मिल रहे हैंं।

ओमिक्रान वायरस भी कहा जा सकता है लेकिन जांच से ही इस वायरस की पहचान संभव है। फ्लू की तरह लगभग सभी घरों के लोग बीमार हो रहे हैं। बुखार और सर्दी तो दो-तीन दिनों में ठीक हो जाता है लेकिन खांसी एक सप्ताह तक रह सकती है। टीबी एंड चेष्ट विभाग के प्रभारी अध्यक्ष डा. शांतनु घोष ने कहा कि कोरोना का टीका नहीं लेने वालों के लिए खतरे की घंटी है। ऐसे लोगों को तो इस स्थिति में घर से भी नहीं निकलना चाहिए। हालांकि घर में रहने वाले लोग भी सर्दी-खांसी से पीडि़त होने लगे हैं। वजह समझ से बाहर है। ऐसा पहली बार हो रहा है।

वयस्क बीमार हैं तो बच्चे भी अछूते नहीं

जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के शिशु विभाग के सहायक प्राध्यापक डा. अंकूर प्रियदर्शी ने कहा कि अभी जितने बच्चे भी सर्दी-खांसी और बुखार से पीडि़त आ रहे हैं उनके घर के अधिकांश सदस्य भी पीडि़त हैं। चूंकि बच्चों में प्रतिरोधि क क्षमता वयस्कों से ज्यादा है इसलिए चार-पांच दिनों में स्वस्थ हो जाते हैं। गले के नीचे यानि छाती संक्रमित नहीं हो रहा है। छह माह से लेकर 10 वर्ष के बच्चे इलाज करवाने आ रहे हैं।

एक दिन में 20 लाख दवा की बिक्री हुई

कोरोना संक्रमण और सर्दी-खांसी और बुखार का तेजी से फैलाव होते देख सोमवार को अचानक दवा दुकानों में दवाओं की बिक्री बढ़ गई। जिला केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम दास कोठरीवाल ने कहा कि सोमवार को केवल शहर में तकरीबन 20 लाख रुपये की दवा की बिक्री हुई है। इरीथ्रोमाइसिन, पारासीटामोल, बी कंपलेक्स, ङ्क्षजक की बिक्री 50 प्रतिशत बढ़ गई। सैनिटाइजर की बिक्री कम है। क्योंकि इससे स्क्रीन प्रभावित होने की संभावना रहती है। इसलिए साबुन का उपयोग लोग हाथ सफाई के लिए कर रहे हैं। मास्क की बिक्री बढ़ी है।

29 लाख से ज्यादा लोगों ने लिए टीके

जिले में 16 जनवरी 2021 से लेकर अगतक 29 लाख 99 हजार 712 लोगों ने कोरोना के टीके लिए हैं। इनमें पहली डोज लेने वालों की संख्या 17 लाख 53 हजार 606 और दूसरी डोज लेने वालों की संख्या 12 लाख 46 हजार 107 है।

सावधानी बरतें

बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकलें

– भीड़ में नहीं जाएं। भोजन करने से पहले हाथ की अच्छी तरह धोएं

– प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले पौस्टिक भोजन करें

– विटामिन सी, काढ़ा का सेवन करें

– बाजार की खाद्य सामग्री बिल्कुल नहीं खाएं  

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