आसनसोल में सांप्रदायिक हिंसा पर तेज हुई सियासत, राज्यपाल केसरीनाथ करेंगे दौरा

पश्चिम बंगाल के आसनसोल में सांप्रदायिक हिंसा पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. आसनसोल और रानीगंज में हिंसा के बाद शनिवार को राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी स्थितियों का जायजा लेने के लिए खुद प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. वहीं, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने इस मसले पर एक टीम का गठन किया है, जो इलाके का दौरा करेगी और वहां के हालात पर अपनी रिपोर्ट पार्टी प्रमुख को सौंपेगी.

खबरों के मुताबिक राज्यपाल आसनसोल के सर्किट हाउस जाएंगे और वहां के स्थानीय प्रशासन के साथ मीटिंग करेंगे. इसके बाद वह आसनसोल के प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे. त्रिपाठी उस पुलिसकर्मी से भी मिल सकते हैं, जिसका हाथ रानीगंज हिंसा में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था.

हालांकि केसरीनाथ त्रिपाठी पहले ही आसनसोल और रानीगंज का दौरा करने जाने वाले थे. लेकिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसकी इजाजत नहीं दी.

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अमित शाह की बनाई चार सदस्यीय टीम करेगी आसनसोल का दौरा

पश्चिम बंगाल के आसनसोल में हिंसा को ‘दर्दनाक और दुर्भाग्यपूर्ण’ बताते हुए बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह ने शुक्रवार को शहर का दौरा करने और रपट दाखिल करने के लिए एक चार-सदस्यीय समिति गठित की. समिति सदस्यों में बीजेपी के उपाध्यक्ष ओम माथुर, पूर्व केंद्रीय मंत्री शहनवाज हुसैन, सांसद रूपा गांगुली और बी. डी. राम शामिल हैं.

आसनसोल के रानीगंज में सोमवार को रामनवमी के जुलूस को लेकर हुई झड़प में कथित रूप से एक व्यक्ति की मौत हो गई और पुलिस उपायुक्त को बम की चपेट में आने की वजह से अपना एक हाथ गंवाना पड़ा. जुलूस के दौरान कई घरों और दुकानों को जला दिया गया.

बीजेपी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि रामनवमी के दौरान जब राज्य जल रहा था, तब वह दिल्ली में राजनीति कर रही थीं.

केंद्र ने बंगाल से रामनवमी हिंसा पर रिपोर्ट मांगी

इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार से बीते दो दिनों में रामनवमी जुलूस के दौरान हुई आगजनी और हिंसा की घटनाओं पर रिपोर्ट मांगी है.

मंत्रालय के अनुसार, केंद्र सरकार ने राज्य के कुछ जिलों में हिंसा और तनाव के जारी रहने की खबरों के मद्देनजर अर्धसैनिक बलों की सहायता की पेशकश भी की है.

आसनसोल से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद बाबुल सुप्रियो ने मंगलवार को ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पश्चिम बंगाल सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करके सामुदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया और रानीगंज की स्थिति की जानकारी देने के लिए राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात की.

रानीगंज में सोमवार को रामनवमी जुलूस के दौरान दो समूहों के बीच हिंसा भड़क उठी थी. इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि पुलिस उपायुक्त को एक हाथ गंवाना पड़ा.

रामनवमी जुलूस के दौरान कई घरों और दुकानों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई, जिससे तनाव फैल गया. पुलिस ने इस मामले में 19 लोगों को गिरफ्तार किया है. किसी भी अवांछित घटना को रोकने के लिए सोमवार शाम से इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है.

 
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