उत्तर कोरिया अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बाद भी छोड़ेगा सेटेलाइट्स

उत्तर कोरिया ने सोमवार को कहा कि वह अपनी अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दबाव के बावजूद सेटेलाइट्स को लॉन्च करता रहेगा. उत्तर कोरिया ने कहा कि एक संप्रभु राष्ट्र के तौर पर अंतरिक्ष कार्यक्रम को विकसित करना उसका अधिकार है. सरकारी समाचार पत्र रोडोंग सिनमन की रपट के मुताबिक, उत्तर कोरियाई प्रशासन ने कहा, “यह एक वैश्विक चलन है कि एक देश अंतरिक्ष कार्यक्रम के जरिए अर्थव्यवस्था का विकास करने की संभावना देखता है.”उत्तर कोरिया

समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, उत्तर कोरिया ने कहा कि पांच-वर्षीय अंतरिक्ष विकास कार्यक्रम के अंतर्गत और भी सेटेलाइट लॉन्च किए जाएंगे. उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर अपने (उत्तर कोरिया) और दूसरे विकासशील देशों के अंतरिक्ष कार्यक्रम में बाधा डालने का आरोप लगाया है. समाचार पत्र में कहा गया है, “कुछ देशों ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध प्रस्तावों में हमारे खिलाफ हेर-फेर किया है और संप्रभु देशों के अंतिरक्ष विकास कार्यक्रम में बाधा डाला है. यह कदम बर्दाश्त के बाहर है.”

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उत्तर कोरिया ने अब तक दो सेटेलाइनट को लॉन्च किया है. पहले सेटेलाइट क्वांगमाइओंगसोंग-1 (ब्राइट स्टार-1) को अगस्त 1998 में और दूसरे सेटेलाइट क्वांगमाइओंगसोंग-4 को फरवरी 2016 में लॉन्च किया था. अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का मानना है कि अपने अंतिरक्ष कार्यक्रम के जरिए उत्तर कोरिया अवैध तरीके से लंबी दूरी की मिसाइलों का टेस्ट कर सकता है.

 

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