मानसिक विकारों से ग्रस्त माँ का शिकार बना औलाद

यूपी के कानपुर शहर का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, एक माँ ने मानसिक विकारों से ग्रस्त होने के कारण अपनी ही ममता का ख़ून कर दिया. यह घटना कानपुर, इंदिरा नगर की है जहां एक कलियुगी माँ ने अपने ही नन्हें बच्चे को बिल्डिंग के ग्यारहवें फ्लोर से नीचे धकेल दिया, इतना ही नहीं महिला ने इस करतूत के बाद स्वयं भी बिल्डिंग से छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली.

पुलिस प्रशासन के अनुसार, महिला के परिजनों का कहना है कि महिला जया अग्रवाल एक मनोरोगी थी, जिसका बहुत समय से इलाज चल रहा था. मृतक महिला के पति पवन अग्रवाल जो कि पेशे से चार्टर्ड अकॉउंटेंट है, उन्होंने भी महिला की इस ‘साइजोप्रेनिया’ नामक मानसिक बीमारी की  पुष्टि की है.

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इस बीमारी में मनुष्य को पागलपन के दौरे लगते है, जिससे वह अपनी सूझ बुझ खोकर किसी भी घटना को अंजाम दे सकता है. घटना के दौरान जब महिला ने अपने बेटे ‘उत्कर्ष’ (उम्र 5 वर्ष) को ग्यारहवें फ्लोर से रविवार की दोपहर को नीचे फेक दिया तब बिल्डिंग के नीचे अफरा-तफरी मच गई, तब उत्कर्ष के पिता और आस पास के लोगों ने अस्पताल ले जाने की तैयारी कर ही रहें थे कि, महिला ने छलांग लगाकर सबको आश्चर्यचकित कर दिया. माँ ओर बेटे दोनों की दुर्घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई.
 
इस तरह का मनोरोगी अपने परिवार तथा समाज दोनों के लिए कष्टदायी या जानलेवा साबित हो सकता है, अगर आप के आस-पास भी कोई ऐसे मानसिक रोगों से ग्रस्त मरीज़ है तो सावधान हो जाये और समय रहते इलाज़ करवाने की सलाह दे अन्यथा आपके लिए जानलेवा हो सकता है.    

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