खुलासा: तो इसलिए ममता बनर्जी ने नहीं की शादी और पहनती हैं सफ़ेद साडी, वजह हैरान कर देगी

भारतीय राजनीती की जनि-मानी हस्ती है कोलकाता की ममता बनर्जी. सादगी भरा जीवन जीने के लिए जानी जाती हैं पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी. अपने आक्रामक अंदाज़ और तेज़ र्रार छवि के लिए मशहूर ममता बनर्जी की छवि सबसे हटकर है.

आज यहाँ ममता बनर्जी के राजनीतिक करियर की बात नहीं कर रही हूँ मैं, बल्कि चर्चा ये होनी है की आखिर ममता बनर्जी ने शादी कर अपना घर क्यों नहीं बसाया. क्यों आखिर ममता बनर्जी जीवन भर कुंवारी रहीं ? क्या इसके पीछे उनकी कोई मजबूरी रही या फिर किसि तरह का पारिवारिक दबाव रहा उनपर, जिसकी वजह से उन्होंने कभी शादी नहीं करने का फैसला लिया ? तो मैं बता दूँ की ऐसी कोई भी बात नहीं है बल्कि यहाँ बात कुछ और हीं है. इस बात को मैं आपसे विस्तार में बताऊँ उससे पहले जान लेते हैं थोड़ी बहुत बातें ममता बनर्जी के बारे में.

पश्चिम बंगाल की ममता

पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी के जन्म कोलकाता शहर में 5 जनवरी 1955 को हुआ था। कई गरीब परिवार से ताल्लुख रखने वाली ममता बनर्जी के पिता का नाम प्रोमिलेश्‍वर बनर्जी और माता का नाम गायत्री था। ममता ने अपना ग्रेजुएशन इतिहास से जोगमया देवी कॉलेज से पूरी की थी. फिर कोलकामा विवि से इस्‍लामिक इतिहास में एमए की डिग्री प्राप्त की.

वकालत की पढ़ाई भी कर चुकी हैं

एमए की डिग्री प्राप्त करने के बाद ममता बनर्जी ने श्री शिक्षायातन कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की . इन सबके के बाद उन्होंने कानून की पढाई करने का मन बनाया. और फिर उन्होंने जोगेश चंद्र चौधरी लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की.

कांग्रेस से की राजनीति की शुरुआत

एलएलबी की पढ़ाई ख़त्म करते हीं ममता बनर्जी ने राजनीती में प्रवेश करने के लिए कांग्रेस का सहारा लिया. एक बार की बात है जब ममता बनर्जी जयप्रकाश नारायण की कार के बोनट पर चढ़ गई थीं. दरअसल ममता उन दिनों निकम्मी सरकार का विरोध करने में लगी हुई थीं. साल 1997 को ममता बनर्जी ने ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की नींव रखी.साल 1998 में औपचारिक रूप से ममता ये पार्टी अस्‍तित्‍व में आई. साल 1999 में ममता बनर्जी ने एनडीए सरकार में मंत्री पद का कार्यभार संभाला. लेकिन साल 2001 में ही ममता ने एनडीए को छोड़ दिया. इसके बाद वो कोयला मंत्रालय की मंत्री बन गईं. और फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के तौर पर ममता बनर्जी ने साल 2011 में शपथ लिया.

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जीवनभर क्यों रहीं कुंवारी

इस बात से तो हम सभी वाकिफ हैं की ममता बनर्जी ने आज तक शादी नहीं की, और अब आगे नहीं हीं करेंगी. लेकिन क्या आप जानते हैं की आखिर उन्होंने शादी क्यों नहीं की? नहीं तो चलिए मैं आपको बताती हूँ इसके पीछे की सच्चाई.

दरअसल ममता बनर्जी समाज के लिए काफी कुछ करना चाहती थी और चाहती हैं. लेकिन वो सामाजिक परम्पराओं की विरोधी भी रही हैं. उनमे सेवा भाव तो काफी है लेकिन इसी वजह से वो वो शादी के बंधन में बंधी भी नहीं. वो नहीं चाहती थी की किसी तरह का बंधन उन्हें बांध पाएं, वो नहीं चाहती थी कि किसी तरह का बंधन उनके समाज सेवा माँ बाधक बने. मतलब साफ़ है कि समाज कि खातिर ममता बनर्जी ने अपना घर नहीं बसाया और जीवन भर कुंवारी रहीं.

क्यों पहनती हैं सफ़ेद साडी

आपने जब कभी या जहाँ कहीं भी ममता बनर्जी को देखा होगा हमेशा सफ़ेद रंग कि साड़ी में हीं देखते होंगे. इसके पीछे बात ये है कि एक तो ममता को सादा जीवन व्यतीत करना पसंद है. और दूसरी बात ये है कि, जब ममता बनर्जी कि उम्र मात्रा 9 वर्ष थी उनके पिता का देहांत हो गया था. उनका परिवार गरीबी से जूझ रहा था. इस वजह से कपडे इकट्ठा करने या खरीदने का कभी शौक ही नहीं रहा. आज जबकि ममता बनर्जी के पास किसी चीज कि कोई कमी नहीं है, ऐसे में भी उनके घर आये मेहमान को वो मुरमुरे और पानी से हीं स्वागत किया करती हैं.

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