पंजाब में खैहरा ने आठ विधायकों संग पार्टी नेतृत्‍व को दी चुनौती

चंडीगढ़। पंजाब आम आदमी पार्टी की कलह और बढ़ गई है। आप नेतृत्‍व द्वारा नेता विपक्ष से हटाए गए सुखपाल सिंह खैहरा ने शुक्रवार को खुलकर अाक्रामक तेवर दिखाए। उन्‍होंने वरिष्‍ठ नेता कंवर संधू सहित आठ विधायकों के साथ प्रेस कान्‍फेंस किया। उन्‍होंने इस तरह पार्टी नेतृत्‍व के खिलाफ खुली बगावत कर दी और मोर्चा खोल दिया। खैहरा और संधू ने ऐलान किया कि 2 अगस्‍त को बठिंडा में आप के विधायकों, राज्‍य पदाधिकारियों, जिला व ब्‍लॉक स्‍तर के पदाधिकारी व राज्‍यभर के आप वर्कर्स की बैठक होगी। इसमें आगे की रणनीति तय की जाएगी। पंजाब ME खैहरा ने आठ विधायकों संग पार्टी नेतृत्‍व को दी चुनौती

इस बीच खरड़ से विधायक कंवर संधू ने भी प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को भेज दिया है। इससे पहले पार्टी के सामने मार्च में संकट पैदा हो गया था जब केजरीवाल ने नशे के आरोपों पर शिअद नेता बिक्रम मजीठिया से माफी मांगी थी। इससे नाराज होकर प्रदेश अध्यक्ष सांसद भगवंत मान व उपाध्यक्ष अमन अरोड़ा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

 खैहरा और संधू का ऐलान- पार्टी बठिंडा में 2 अगस्‍त को कर अगले कदम के बारे में करेंगे फैसला

चंडीगढ़ में आयोजित प्रेस कान्‍फेंस में खैहरा के साथ वरिष्‍ठ नेता कंवर संधू स‍हित आठ विधायक मौजूद थे। खैहरा के साथ विधायक कंवर संधू, नाजर सिंह मानशाहिया, जगदेव सिंह, बलदेव सिंह, पिरमल सिंह खालसा, जगतार सिंह, रुपिंदर कौर रूबी व जय किशन रूडी मौजूद थे। इस मौके पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके आधा दर्जन से ज्यादा पार्टी के अन्य नेता भी थे।

वरिष्‍ठ आप नेता कंवर संधू ने आप विधायक दल का प्रवक्‍ता पद छोड़ा

कंवर संधू ने कहा कि विधायकों द्वारा संयुक्त रूप से एक पत्र पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल व पंजाब प्रभारी मनीष सिसोदिया को लिखा गया है। इसमें बिना किसी प्रक्रिया का पालन किए खैहरा को नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाने के फैसले को रिव्यू करने को कहा गया है। खैहरा ने कहा कि 2 अगस्त को बठिंडा में कन्वेंशन की जाएगी जिसमें जिला व ब्लाक स्तर के नेताओं और वालंटियर्स को आमंत्रित किया जाएगा।

बता दें कि आम आदमी पार्टी के केंद्रीय नेतृत्‍व ने सुखपाल सिंह खैहरा को पार्टी विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है। इसके साथ ही पंजाब विधानसभा में उनका नेता विपक्ष का पद भी उनसे छिन गया है। प्रेस कान्‍फेंस में  मौजूद नेताओं ने कहा कि खैहरा को आप विधायक दल के नेता पद से हटाने के फैसले की समीक्षा की जाए। यह पार्टी को कमजोर करने वाला कदम है। पूरे मामले पर विचार-विमर्श के लिए 2 अगस्त को बैठक होगी। उन्‍हाेंने दावा किया कि बठिंडा में होने वाली इस बैठक में सभी विधायक, निचले स्तर के सभी पदाधिकारी और वर्कर शामिल होंगे।

नेताओं ने कहा कि खैहरा को बिना किसी नोटिस के हटाया गया और निर्धारित प्रक्रिया नहीं अपनाई गई। नाजर सिंह मानशाहिया कहा कि कल मनीष सिसोदिया का फोन आया था। मुझे हैरानी हुई। खैहरा को शो कॉज नोटिस देकर पूछे बिना इस तरह का कदम उठाया। विधायकों ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हाईकमान से उन्हें फोन आया कि खैहरा को पद से हटा दिया गया है। जब उन्होंने यह बात सुनी तो वे हतप्रभ रह गए। विधायकों ने कहा कि उन्हें एक बार भी नहीं पूछा गया खैहरा को हटाना है या नहीं या फिर किसे लगाना है। हाईकमान को चाहिए था कि वह एक बार विधायकों को विश्वास में लेता।

ऐसे ही छोटेपुर को हटाया था : मानशाहिया

आप विधायक नाजर सिंह मानशाहिया ने पार्टी नेतृत्‍व पर तीखा हमला करते हुए कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी का जो चेहरा बनता है, उसे हाईकमान द्वारा हटा दिया जाता है। पहले प्रदेश संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर के साथ ऐसा किया गया और अब खैहरा के साथ। प्रदेश में पंचायत चुनाव आने वाले हैं और पार्टी ने उससे पहले ही चेहरा बदल दिया। उल्लेखनीय है कि पिछले साल विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले पार्टी ने छोटेपुर को बाहर का रास्ता दिखा दिया था।

मेरी स्पीड तेज हो सकती है, धीमी नहीं : खैहरा

इस अवसर पर खैहरा ने खुलकर आप नेतृत्‍व पर हमला किया। उन्‍होंने कहा कि पार्टी के भीतर ही उनके खिलाफ साजिश होती रही। ड्रग्स के पुराने मामले में कोर्ट ने समन क्या किया, पार्टी के ही नेता मेरा इस्तीफा मांगने लगे। कांग्रेस व अकाली दल तो मेरे दुश्मन थे और वे सामने थे लेकिन पार्टी के अंदर भी मेरे कई दुश्मन हैैं। उन्होंने कहा, मेरी स्पीड तेज हो सकती है, धीमी नहीं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह बगावत पर उतर आए हैं तो उन्होंने कहा कि इससे पार्टी मजबूत होगी। हम पार्टी से बाहर नहीं जा रहे हैं, हम पार्टी के साथ ही रहेंगे।

पत्ते नहीं खोले, बोले- पार्टी का ग्राफ काफी नीचे

सुखपाल खैहरा ने पार्टी में बगावत तो कर दी है लेकिन अभी उन्होंने पत्ते नहीं खोले हैैं। उन्होंने कहा कि वह वालंटियर्स को इकट्ठा करेंगे और पार्टी को मजबूत करेंगे। सभी विधायक अपने-अपने हलके में वालंटियर्स के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने माना कि पंजाब में आप का ग्राफ काफी नीचे चला गया है।

खैहरा के साथ ये विधायक 

कंवर संधू, नाजर सिंह मानशाहिया, जगदेव सिंह, बलदेव सिंह, पिरमल सिंह खालसा, जगतार सिंह, रुपिंदर कौर रूबी व जय किशन रूडी।

नए विकल्‍प की राह नहीं आसान

सात अन्‍य विधायकों के साथ ताल ठोक रहे सुखपाल खैहरा व कंवर संधू की राह आसान नहीं है। न तो वह अपनी पार्टी बना सकते हैं और न ही किसी पार्टी में जा सकते हैं। इसके लिए दो तिहाई विधायकों का साथ जरूरी हैै। आप विधायकों की संख्या 20 है। इस लिहाज खैहरा लिए 14 विधायकों का साथ जरूरी है। अभी की स्थिति में इस संख्‍या से पांच विधायक कम हैं। 

कन्वेंशन बुलाना पार्टी प्रमुख का अधिकार : डॉ. बलबीर

पंजाब में आप के सह प्रधान डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि कन्वेंशन बुलाने का अधिकार पार्टी प्रमुख का होता है। खैहरा द्वारा 2 अगस्त को बुलाई कन्वेंशन में जाना है या नहीं, इसका फैसला पार्टी के राष्ट्रीय या राज्य की लीडरशिप ही करेगी। 

बलबीर तय करेंगे : चीमा

नवनियुक्त नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि सुखपाल खैरा पार्टी का हिस्सा हैं। उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी है। 2 अगस्त की कन्वेंशन में जाना है या नहीं, इसके बारे में डॉ. बलबीर सिंह तय करेंगे। बता दें कि वीरवार को पार्टी के प्रदेश प्रभारी मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा था कि खैहरा को नेता विपक्ष के पद से हटा दिया गया है और उनकी जगह हरपाल सिंह चीमा आप विधायक दल व पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष होंगे। दूसरी ओर, आप के वरिष्‍ठ नेता कंवर संधू ने ट्वीट कर चीमा को अाप विधायक दल का नेता बनाए जाने पर बधाई दी है। इसके साथ ही कंवर संधू ने तुरंत प्रभाव से आप विधायक दल के प्रवक्‍ता पद को छोड़ने की इच्‍छा जताई है।

 खैहरा बोले- सच के लिए सौ एेेसे पद कुर्बान

उधर, सुखपाल सिंह खैहरा ने भी पूरे मामले पर ट्वीट किया। खैहरा ने ट्वीट में कहा कि मैंने नेता विपक्ष का पद तुरंत छोड़ दिया है। मैंने नेता विपक्ष के तौर पर पूरी निष्‍ठा, गंभीरता और निर्भीक होकर पंजाब व पंजाबियाें की भलाई के लिए कार्य किया। यदि सच बोलने और पंजाब व प‍ंजाबियों का समर्थन करने से यह पद जाता है तो मुझे यह मंजूर है। सच आैर न्‍याय के लिए एक क्‍या ऐसे 100 पद कुर्बान हैं।

कांग्रेस, शिअद व भाजपा जो चाहती थी, पार्टी ने कर दिया

सुखपाल खैहरा ने नेता प्रतिपक्ष के पद से हटाए जाने के बाद ट्वीट करके कहा कि कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल तथा भारतीय जनता पार्टी जो चाहती थी, पार्टी ने वह कर दिया। मैं इस फैसले से आश्चर्यचकित नहीं हूं। उन्‍होेंने फोन पर बातचीत में बताया कि वह पंजाब के हितों की लड़ाई नहीं छोड़ेंगे।

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