आपातकाल पर छिड़ी जुबानी जंग, पीएम मोदी ने कांग्रेस की तुलना औरंगजेब से की…

नई दिल्ली। आपातकाल को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच जुबानी जंग तीखी हो गई है। गांधी परिवार और कांग्रेस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कड़े प्रहार पर आक्रामक पलटवार करते हुए कांग्रेस ने मोदी को मौजूदा दौर का औरंगजेब करार दिया। पार्टी ने कहा कि लोकतंत्र का पाठ पढ़ा रहे मोदी ने अपने दल ही नहीं प्रजातंत्र को भी पिछले 49 महीने से बंधक बना रखा है और देश में अघोषित आपातकाल लागू है।आपातकाल पर छिड़ी जुबानी जंग, पीएम मोदी ने कांग्रेस की तुलना औरंगजेब से की...

-49 महीने से देश में अघोषित आपातकाल, प्रजातंत्र बना बंधक: सुरजेवाला

प्रधानमंत्री के कांग्रेस व गांधी परिवार पर मुंबई में मंगलवार को दागे गए सियासी तीर का जवाब देते हुए मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 43 वर्ष पहले के आपातकाल का रोना रोकर प्रधानमंत्री अपनी सरकार की नाकामियों को न छुपा सकते हैं और न ही देश को भटका सकते हैं। इंदिरा गांधी का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री ने प्रिवी पर्स खत्म करने से लेकर बैंकों का राष्ट्रीयकरण करने जैसे अहम फैसले कर राजाओं और रियासतों पर चोट किया जबकि जनसंघ इनके समर्थन में थी। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी को कोसते हुए आपातकाल की दुहाई देने से न अच्छे दिन आएंगे न ही किसानों को 50 फीसद लाभकारी मूल्य मिलेगा।

सुरजेवाला ने कहा कि चाहे 2 करोड युवाओं को रोजगार देने का वादा हो या फिर अर्थव्यवस्था की बेपटरी हुई गाड़ी इसकी भरपायी भाषणों से नहीं हो सकती। कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार के कार्यकाल में लोगों के अधिकारों पर अतिक्रमण और दबाव का दावा करते हुए तीखे सवालों की झड़ी लगा डाली।

सुरेजवाला ने कहा ’49 महीनों के आज के औरंगजेब के कार्यकाल में सवाल पूछने वाले व्यक्ति को क्या देशद्रोही नहीं करार दिया जाता? क्या लालकृष्ण आडवाणी और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को जबरन मार्गदर्शक मंडल में नहीं भेज दिया जाता? क्या सुप्रीम कोर्ट के जजों को न्याय मांगने के लिए जनता के दरबार में गुहार के लिए मजबूर नहीं किया जाता? इतना ही नहीं क्या मीडिया का गला नहीं घोटा जा रहा?’ उन्होंने कहा कि इन सवालों से साफ है कि पीएम मोदी अपनी नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए इतिहास से प्रतिशोध ले रहे हैं।

उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू की आपातकाल को लेकर की गई टिप्पणी से जुड़े सवाल पर सुरजेवाला ने नायडू का नाम लिये बिना कहा कि मर्यादा, परंपराएं और परिपाटी इन तीनों का सार्वजनिक चीरहरण मोदी सरकार का चाल, चेहरा और चरित्र बन गया है। दुर्भाग्य से संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्ति जब इन मर्यादाओं, परंपराओं और परिपाटियों की हत्या करेंगे तो प्रजातंत्र में आस्था रखने वाले हर व्यक्ति की आत्मा आहत होगी।

पीएम के कांग्रेस पर भय पैदा करने के लगाये गए आरोपों पर सुरजेवाला ने जवाबी तीर दागते हुए कहा कि भय और आतंक तो होगा ही जब खुद प्रधानमंत्री सार्वजनिक मंच से चेतावनी देकर लोगों को ही नहीं राज्यों को ड़राते हैं। उन्हें कहा जाता है कि या तो वे भाजपा की विचारधारा का हिस्सा बन जाएं वरना प्रदेश को विकास के लिए दी जाने वाली रकम नहीं दी जाएगी। सुरेजवाला ने कहा कि प्रजातंत्र में विश्वास रखने वाले हर नागरिक को इस भय और आतंक को लेकर चिंता करने की जरूरत है।

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