EPFO ने फंड मैनेजर नियुक्त किया यूटीआई एएमसी, SBI म्युचुअल फंड को

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने बुधवार को फंड मैनेजर के रूप में यूटीआई एएमसी और एसबीआई म्युचुअल फंड की नियुक्ति को बुधवार को तीन साल के लिए मंजूरी दे दी। एक सूत्र के जरिए यह जानकारी सामने आई है। ईपीएफओ न्यासियों की बैठक में समस्या में फंसे दीवान हाउसिंग फाइनेंस कारपोरेशन लि. (डीएचएफएल) के बांड में करीब 700 करोड़ रुपये के निवेश को समय से पहले भुनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।

सूत्र ने कहा, ‘ईपीएफओ का निर्णय लेने वाला शीर्ष निकाय केंद्रीय न्यासी बोर्ड (सीबीटी) ने तीन साल के लिए दो फंड मैनेजर यूटीआई एएमसी और एसबीआई म्युचुअल फंड की नियुक्ति का निर्णय किया है।’ उसने आगे कहा, ‘सीबीटी ने डीएचएफएल के बांड में करीब 700 करोड़ रुपये के निवेश को समय से पहले भुनाने का निर्णय किया है।’ सूत्र ने बताया कि कर्मचारी पेंशन योजना, 1995 के तहत न्यूनतम मासिक पेंशन 2,000 रुपये करने के प्रस्ताव को टाल दिया गया क्योंकि कर्मचारियों के प्रतिनिधियों ने पेंशन के रूप में उच्च राशि की मांग की।

ईपीएफओ के सलाहकार निकाय वित्त, लेखा परीक्षा और निवेश समिति (एफएआईसी) ने तीन परिसंपत्ति प्रबंधन फर्मों – एचएसबीसी एएमसी, यूटीआई एएमसी और एसबीआई म्युचुअल फंड के नामों की 1 अक्टूबर 2019 से अंतिम रूप से सिफारिश की थी।

पिछले साल अप्रैल से ईपीएफओ के पास तीन साल के दूसरे कार्यकाल के लिए फंड मैनेजरों की नियुक्ति लंबित थी। निकाय ने 1 अप्रैल, 2015 से तीन साल के लिए एसबीआई, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज प्राइमरी डीलरशिप, रिलायंस कैपिटल, यूटीआई एएमसी और एचएसबीसी एएमसी नियुक्त किया था। इसके बाद, EPFO ने पांच फंड मैनेजरों को कई एक्सटेंशन दिए। अब, पांच फंड मैनेजरों का विस्तारित कार्यकाल 30 सितंबर को समाप्त होगा। EPFO ने जुलाई 2008 में पहली बार अपने ग्राहकों के लिए डिपॉजिट पर बेहतर रिटर्न के लिए कई फंड मैनेजर नियुक्त किए थे।

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