स्वतंत्रता दिवस समारोह में सीएम राजे ने खोला घोषणाओं का पिटारा

जयपुर । राजस्थान का राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में बुधवार को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने योजनाओं का पिटारा खोलते हुए कई घोषणाएं की । जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में अपने भाषण के दौरान सीएम वसुंधरा ने जहां अन्नपूर्णा दुग्ध योजना के तहत अगले महीने से 3 दिन के स्थान पर सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को रोजाना दूध पिलाए जाने का ऐलान किया ।

गर्भवती महिलाओं किशोरियों को भी 3 दिन दूध

सीएम ने अपने भाषण में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पंजीकृत 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों, गर्भवती एवं धात्री माताओं तथा किशोरी बालिकाओं को पूरक पोषाहार के साथ-साथ सप्ताह में तीन दिन दूध पिलाने की घोषणा की । इसके लिए राज्य सरकार की ओर से 100 करोड़ रुपए दिये जाएंगे ।

सितम्बर माह को ‘पोषण माह’ के रूप में मनाया जाएगा । उन्होंने कहा 775 करोड़ रुपए की लागत से 94 नये विद्यालय भवन और 2400 विद्यालयों में 7,080 अतिरिक्त कक्षा-कक्षों का निर्माण किया जाएगा । इसके साथ ही स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल स्कूलों में अब 5वीं कक्षा तक की पढ़ाई भी शुरू की जाएगी । अब तक इन विद्यालयों में कक्षा 6 से 12वीं तक की ही पढ़ाई होती थी ।

हॉस्टल बनेंगे,स्कूल क्रमोन्नत होंगे

रेगिस्तानी, सहरिया एवं जनजाति क्षेत्र में स्थित 20 स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल स्कूलों में 40 करोड़ रुपए की लागत से 100 छात्रों की क्षमता वाले आवासीय बालिका छात्रावासों का निर्माण कराया जाएगा । राज्य में संचालित कक्षा 6 से 8 तक के 26 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों को सीनियर सैकण्डरी स्कूल तक क्रमोन्नत किया जाएगा । 11 कस्तूरबा गाँधी आवासीय बालिका विद्यालयों की आवासीय क्षमता 50 से बढ़ाकर 100 की जायेगी । रोजगार परक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष 185 नये माध्यमिक-उच्च माध्यमिक विद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा प्रारंभ की जाएगा । सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले दिव्यांग छात्र-छात्राओं को मिलने वाली सहायता राशि बढ़ाकर 3500 रुपए प्रति विद्यार्थी की जाएगी ।

शहीदों के आश्रितों को सरकारी नौकरी

सीएम ने कहा वर्तमान में 1 अप्रैल, 1971 के बाद शहीद हुए सैनिकों के आश्रित को सरकारी नौकरी दिए जाने का प्रावधान है। अब 15 अगस्त, 1947 से 31 दिसम्बर, 1970 तक शहीद हुए सैनिकों के एक-एक ऎसे आश्रित को इस संबंध में विशेष नियम के तहत सरकारी नौकरी दी जाएगी।

कृषि ऋण पर 2% अतिरिक्त ब्याज अनुदान

9 अगस्त, 2018 को विश्व जनजाति कल्याण दिवस के मौके पर सहकारी क्षेत्र से जुडे़ आदिवासी क्षेत्रों के सभी लघु एवं सीमांत किसानों के लिए दीर्घ कालीन कृषि ऋण पर 2 प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज अनुदान देने की घोषणा की गई थी। इसका विस्तार करते हुए सम्पूर्ण प्रदेश में समय पर किश्त चुकाने वाले किसानों को भी 31 मार्च, 2019 तक के भूमि विकास बैंक से संबंधित दीर्घकालीन कृषि ऋण साढ़े पांच प्रतिशत की रियायती दर पर उपलब्ध हो सकेगा । इसके लिए 2 प्रतिशत ब्याज अनुदान का वित्तीय भार राज्य सरकार वहन करेगी।  

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