CM योगी आदित्यनाथ ने बुलाई सीनियर अफसरों की बैठक, सोशल डिस्टेंसिंग का रखा ख्याल

कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन का ऐलान किया है। देश से लेकर प्रदेश सरकार सभी इन दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं। जनता से अपील की जा रही है कि वे घर पर ही रहें और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करें। उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में इन निर्देशों का साफ असर भी दिखा। लॉकडाउन के दौरान हालात की समीक्षा करने के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी अधिकारियों के साथ बैठक ली। इस दौरान सभी अधिकारी उचित दूरी बनाकर बैठे थे ताकि किसी के संपर्क में न आ सकें।
कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने से रोकने को लेकर बेहद गंभीर मुख्यमंत्री की बैठकों में भी इसका असर दिखाई दे रहा है। यहां पूरी सतर्कता बरती जा रही है। बैठक चाहे लोक भवन में हो या फिर सीएम योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर, हर जगह अब मुख्यमंत्री और अफसर एक-दूसरे से निश्चित दूरी पर बैठ रहे हैं और प्रदेश के हालातों की समीक्षा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अफसरों ने प्रदेश भर में पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही लोगों तक आपात जरूरत पहुंचाने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार स्थिति पर नजर बनाए रखे हैं और पूरी कार्रवाई की मॉनीटिरिंग कर रहे हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ की बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख््याल रखा। बैठक के दौरान उनके तथा बैठक में शिरकत कर रहे अधिकारियों की कुर्सियों के बीच काफी दूरी देखी गई।
इस दौरान सीएम ने समीक्षा बैठक में कोरोना पर प्रभावी नियन्त्रण पाने के लिए कोरोना एक्शन प्लान तैयार किया। लॉक डाउन के दौरान पान, तम्बाकू, गुटखे पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है। अब सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से ग्राम प्रधानों से संवाद स्थापित किया जा रहा है। हर जगह पर अधिकारी व सभी लोग गांवों में कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करें। उन्होंने जिला प्रशासन तथा पुलिस के अधिकारियों को संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग करने के निर्देश दिए हैं। रैन बसेरा, धर्मशालाओं में रह रहे लोगों के लिए पके हुये भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। कालाबाजारी, जमाखोरी या मुनाफाखोरी करने वालों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि रैन बसेरों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, हवाई अड्डे के बाहर तथा अन्य सार्वजनिक स्थलों पर कोई भी व्यक्ति भूखा-प्यासा न रहे।

Back to top button